बक्सर खबर। पिछले चौबीस घंटे के एक खबर राजपुर इलाके में आग की तरफ फैली है। शराब के नशे में पिता ने अपाहिज बेटे को जिंदा ही बहती गंगा में फेक दिया। घटना सोमवार की है। उसने चौसा महादेवा घाट पर अपने बेटे को गमछे में बांधकर फेक दिया। यह शिकायत सोमवार को ही राजपुर पुलिस के पास पहुंची। सूचना देने वालों ने बताया दो बच्चों की मां रीता देवी नोनिया परिवार से है। वह सोहनी को गई थी। उसका पति अपने दोनों बेटों को लेकर चौसा गया था। डेढ़ वर्ष के सोनू को उसने गंगा में फेक दिया। उसके दूसरे पुत्र ने यह देखा तो वह रोते हुए भागा। चौसा मुख्य पथ पर उसे भागते देख एक बाइक सवार ने रोका। वह क्यूं रो रहा है? पूछने पर बच्चे ने बताया मेरे पिता ने भाई को गंगा में फेंक दिया। वे मुझे भी फेकना चाहते हैं। बाइक सवार ने उस बच्चे को अपने साथ बैठाया और उसके गांव सरेंजा लाकर छोड़ दिया।
पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तो उसने तुरंत धुमल की तलाश शुरू की। उसे हिरासत में ले लिया गया। बच्चों की मां रीता को भी थाने बुलाया गया। इस घटना की क्या सच्चाई है यह जानने के लिए राजपुर के थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा यह खबर पूरी तरह अफवाह है। बच्चे के माता-पिता को थाने बुलाया गया था। धुमल ने बताया कि उसका छोटा सोनू बहुत दिनों से बीमार था। सोमवार को उपचार के लिए ले गया था। वहां उसकी मौत हो गई। इस लिए घर लौटते हुए उसने चौसा में उसे गंगा में प्रवाहित कर दिया। पुलिस ने फैली अफवाह को देखते हुए माता-पिता से इस बयान का कबुलनामा लिखवा कर उन्हें छोड़ा। हालाकि इस घटना को लेकर कई ऐसे सवाल हैं जैसे उसने किस डाक्टर के यहां बच्चे का उपचार कराया। उसकी मौत किस बीमारी से हुई। इनका जवाब अभी किसी के पास नहीं है। लेकिन परिवार जो कह रहा है। उसी को सच मानना पुलिस की बाध्यता है।