बक्सर खबर : जिले के एक और पूर्व मुखिया अपराधियों के निशाने पर हैं। इसकी भनक पुलिस को भी लग चुकी है। जो सूचना गुप्तचरों ने पुलिस को दी है। उनके अनुसार ब्रह्मपुर प्रखंड के योगियां पंचायत के पूर्व मुखिया संजय मिश्रा की जान को खतरा है। उन्हें टार्गेट करने की योजना पुलिस हिरासत से भागे कुबेर मिश्रा ने बनाई है। वह योगियां गांव का ही रहने वाला है। गांव में हुई हत्या के सिलसिले में वह जेल में बंद था। उसने खुद के बीमार होने की रिपोर्ट की थी। जांच के बाद मेडीकल बोर्ड ने उसे पटना भेजा। वहां मौका देख इंदिरा गांधी आर्युविज्ञान संस्थान से पन्द्रह अगस्त को भाग निकला था। तब से वह पुलिस की पकड में नहीं आ रहा।
क्या रची गई है साजिश
बक्सर : संजय मिश्रा योगियां पंचायत के दो बार मुखिया रह चुके हैं। उनकी गांव के लोगों से अदावत है। सूचना के अनुसार कुबेर मिश्रा का गिरोह उन्हें किसी पंचायत में बुलाकर टार्गेट करने की योजना बना रहा है। इसकी भनक लगते ही पुलिस ने संजय मिश्रा से संपर्क साधा। उन्होंने भी यह हामी भरी कि पिछले कुछ दिनों से उनके उपर यह दबाव डाला जा रहा है। पंचायत हो, जिस गोल से विवाद है। उसे सलटा लिया जाए। पुलिस ने उन्हें आगाह किया है। इस तरह की किसी पंचायत में जाने से बचे। यहां पाठकों को हम बता दें। पहले भी सिमरी में इसी तरह की पंचायत में बुलाकर खरहा टांड के सरपंच संतोष ओझा की हत्या कर दी गई थी। वैसी ही योजना इस बार भी बन रही है। इसकी योजना जेल में ही बनी थी। जिसमें रहथुआं गांव के राहुल सिंह का नाम सामने आ रहा है। चार दिन पहले विरेन्द्र यादव की हुई हत्या के बाद यह राज खुलकर सामने आया है। राहुल सिंह के भाई रमन का नाम विरेन्द्र की हत्या में नामजद अभियुक्त के रुप में जुडा है। इस बारे में बक्सर खबर ने ब्रह़़मपुर थानाध्यक्ष दयानंद सिंह से सवाल दागा। उन्होंने कहा हमें कुछ सूचना मिली है। पुलिस अपना काम कर रही है।