बक्सर खबर : जिंदगी से निराश दो बुजुर्ग महिलाओं ने सोमवार को गंगा में छलांग लगा दी। इनकी मनसा जीवन लीला समाप्त करने की थी। धर्म की नगरी में अनर्थ होते-होते बचा। इनको स्थानीय लोगों ने बचा लिया। पुलिस को सूचना दी। भागती पुलिस घाट तक गयी। इन्हें अस्पताल ले गयी। थाने लाकर आदर सत्कार के साथ भोजन कराया। उनकी पीड़ा सुनी, बातचीत में पता हासिल किया। फिर घर वालों को सूचना दी। थानाध्यक्ष राघव दयाल ने बताया कि पहली घटना शहर के सती घाट पर हुयी। पचहत्तर वर्ष की तपेश्वरी देवी ने वहां डूबने का प्रयास किया। थाने आने पर उन्होंने बताया कि पति भोला नाथ महतो नहीं रहे। वह जिला आरा, थाना जगदीशपुर ग्राम तेलनी की निवासी हैं। एक ही बेटा है, वह तो कुछ नहीं कहता। बहु और नाती उसे परेशान करते हैं। जीवन से तंग आ गयी है। इस लिए यहां चली आयी। गंगा मैया में मरेगी तो शायद मोक्ष मिल जाए, यही सोचा था। बात सुन पुलिस वाले भी भाउक हो गए। उन्हें किसी तरह सांत्वना दे भोजन कराया गया। तभी सूचना मिली कि रामरेखा घाट पर एक और महिला डूब रही थी, उसे भी बचा लिया गया है। उसे भी थाने लाया गया। धर्मशीला देवी पति देव कुमार सिंह, ग्राम लहठान, थाना अंगियांव, जिला आरा। इनकी भी यही दशा है। वे अब जीना नहीं चाहती। पुलिस ने उनके परिवार वालों को सूचना दी। घर वालों ने यहीं बक्सर में रहने वाले अपने एक परिचित युवक चंदन सिंह को सूचना दी। वे थाने आए और उन्हें सम्मान पूर्वक घर ले गए।