बक्सर खबर : सात निश्चय यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को राजपुर पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मुझे यहां बताया गया। राजपुर में भी एक किला है। मैं उसे देखन जा रहा हूं। बक्सर के किले को कई बार देखा है। उसके उपर भी खतरा मडरा रहा है। मैं पटना से एक विशेष दल भेजुंगा। जो इन दोनों जगहों का जायजा लेगा। इनका संरक्षण करना हमारा दायित्व बनता है। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद बक्सर किले के जिर्णोद्धार की उम्मीद जगी है। परंतु उसका सच है कि किला पूरी तरह प्रशासन के कब्जे में है। पुरातत्व विभाग से संरक्षित किया अब अतिथि गृह बन चुका है। उसका पुराना भवन तोड़ उसे भी अतिथि गृह व सभागार बना दिया गया है। सभा के दौरान मंत्री संतोष निराला ने पर्यटन की बात कही। इस विषय पर मुख्यमंत्री कुछ नहीं बोले। किले की बेहतर बनाने की बात जरुर कही। जब वे गढ देखने पहुंचे तो उनके साथ मंत्री संतोष निराला, डीएम रमण कुमार व एसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा मौजूद थे।
भूल गए नवरत्न गढ़ किला
बक्सर : राजपुर का गढ़ देखने गए मुख्यमंत्री को जिन लोगों ने जिले का पाठ पढ़ाया। वे नवरत्न गढ़ किले को भूल गए। सीएम ने राजपुर गढ़ और बक्सर किले के बारे में बात कही। लेकिन, उसकी चर्चा नहीं की। पिछले वर्ष नया भोजपुर मध्य विद्यालय के भवन निर्माण के दौरान वहां जमीन के नीचे भी किले के अवशेष मिले। जिसे देखने डीएम रमण कुमार भी गए थे। बावजूद उसके प्रशासन इससे चुक गया। अगर कल को सीएम के आश्वासन के अनुरुप टीम यहां आती है। वैसी स्थिति में जिला प्रशासन का दायित्व बनता है कि उस किले को भी इस सूची में शामिल किया जाए।