बक्सर खबर : चौसा प्रखंड के सोनपा गांव में हुई दर्दनाक घटना में मरने वालों की पहचान हो गई है। कुएं में जीन तीन लोगों की मौत हुई है। उनमें कामेश्वर कुशवाहा (40) पिता शिवमुनी, जंगबहादुर (40) पिता बदन सिंह, भरत राम (50) पिता लालमुनी राम शामिल हैं। इन सभी का शव चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। ग्रामीणों ने इसमें अदभूत साहस का परिचय दिया। हालाकि इस दौरान कुछ लोग उग्र हुए। वहां खड़ी एंबुलेंस में तोड़-फोड़ की।
लेकिन मौके पर मौजूद एसडीओ गौतम कुमार, डीएसपी शैशव यादव और थानाध्यक्ष राकेश ने स्थिति को संभाल लिया। मौके पर मौजूद पीडि़त परिवार के सदस्यों को एसडीओ ने आश्वासन दिया। सभी को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा आपदा प्रबंधन के तहत दिया जाएगा। राहत व बचाव का कार्य दो बजे तक संपन्न हो गया। मौके पर जमी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आपूर्ति पदाधिकारी शिशिर कुमार लोगों से संयम बरतने की अपील करते नजर आए।
कैसे हुआ हादसा
बक्सर : ग्रामीणों के अनुसार सुबह के आठ बज रहे थे। कामेश्वर राम का बोरिंग पानी छोड़ दे रहा था। उनका सत्रह वर्षीय बेटा ईश्वर बोरिंग में गया और उसका होल खोलकर बाहर आ गया। उसके पिता भी नीचे गए। लेकिन वे बाहर नहीं आ पाए। उनकी मदद के लिए जंगबहादुर अंदर गए। वे भी बाहर नहीं आ सके। उनकी आवाज सून तीसरे व्यक्ति भरत राम अंदर गए। वह भी बाहर नहीं आ सके। यह तीनों अंदर आक्सीजन की कमी के कारण बेहोश हो चुके थे।
अन्य तीन लोग भी उनकी मदद को पहुंचे। पर आधे कुएं से ही वापस लौट आए। इन तीनों में मोहन राम, भरत , जय प्रकाश कुशवाहा शामिल थे। इन लोगों ने गांव वालों को खबर दी। कुएं में गैस भर गई है। वे तीनों अंदर फंस गए हैं। तब बात आग की तरफ फैली और प्रशासन के साथ सैकड़ों की तादात में लोग घटना स्थल पर जमा हो गए।
कुंए में जाने की हिम्मत किसी भी सरकारी कर्मचारी की नहीं हुई। आक्सीजन के सिलेंडर मंगाए गए। पंखा चला कुएं में हवा छोड़ी गई। जिससे जहरीली गैस बाहर निकले। यह सबकुछ होने के बाद उन तीनों लोगों का शव बाहर निकला। घटना पर पहुंचे जदयू के युवा नेता चन्द्रकेतु पांडेय ने गहरा दुख प्रकट करते हुए तत्काल मुआवजा राशि देने की मांग की।
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