बक्सर खबर: दो हजार सोलह जिले में घोटाला वर्ष के रूप में याद किया जाएगा। इन घोटालों पर प्रशासनिक चुप्पी और भी हैरान करने वाली है। अप्रैल माह में जिला नजारत का घोटाला सर्वाधिक चर्चा में रहा। दोषी कर्मचारी पंकज जेल गया। विभागीय तबादले हुए तो कुछ लोगों को इधर से उधर किया गया। अभी यह सबकुछ हो रही रहा था। इसी बीच मई माह में कल्याण विभाग में उससे भी बड़ा घोटाला सामने आया। दस से अधिक फर्जी स्कूलों के नाम पर दो करोड़ से अधिक रूपये की राशि निकाल ली गयी। कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग के खेल ने सबको हतप्रभ कर दिया। पर इस पर जो चुप्पी साधे प्रशासन बैठा है। वह और भी हैरान करने वाला है। ऐसा नहीं कि इसकी जांच नहीं हो रही। पर जांच सिर्फ दिखावा है या कोई कार्रवाई भी होगी। इसकी सूचना नहीं मिल रही है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जब घोटाला हुआ। तब यह पता चला कि था कि 1 करोड 80 लाख का गबन है। पर जैसे-जैसे समय गुजर रहा है। इसकी रकम बढ़ती जा रही है। यह राशि अब दो करोड़ को पार कर गयी है। इस घोटाले में कल्याण और शिक्षा विभाग के अलावा बैंक वालों की संलिप्तता भी सामने आ रही है।
शिक्षको को समय पर वेतन. नहीं मिलता हैं, खाते में पैसा रहते हुए भी , हर जिले में करीब100 करोड़ रूपया वेतनमद में आता हैं जिसका ब्याज भी तो लाखों में होता होगा मतलब हर साल करीब 60/70 लाख रूपये के ब्याज का घोटाला । RTI का प्रयोग करना जरूरी. हैं ।
Hamari sarkar vikas kis tarh kar raha hai samjh me nahi aa raha hai?
Sikandar ki tarh hi charo turf se Ho raha hai jo safal hota nahi dikh raha hai?
Kewal Ek rasta hai Khojiye?
Chunavi jumle se sarkar to bana li ab uska pridam HM ko आर्शीवाद likhna nahi aata wahi siksha vibhag k log Bharat k future ķo khatm kar rahe hai. Na khayenge na khane denge bhi ek chunawi jumla hi tha. Khokhle aadaraho ki khokhali sarkar aaj jan jan k sambe hai… chunawi jumle ki sarkar….