बक्सर खबरः कुशलपुर पंचायत में जलजमाव से त्रस्त स्थानीय निवासियों ने जमकर आक्रोश जताया। आक्रोशित लोग प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए शीघ्र नाली निर्माण की मांग कर रहे थे। कुछ वर्ष पूर्व ही महरौरा को कुशलपुर पंचायत में शामिल कर लिया गया है। परन्तु गांव विकास की रोशनी से कोसो दूर है। वह भी तब जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सात निश्चय को धरातल पर उतरते देखना चाह रहे है। गली के अभाव तथा नालियों के मरम्मत नहीं होने से इस गांव के वार्ड 15 और 16 में नालियों का गंदा पानी सड़क पर जमा हो गया है।
जिसे होकर गुजरना लोगों की मजबूरी है। एक समय महरौरा गांव न तो पंचायत में शामिल था और न ही नगर परिषद क्षेत्र में। ग्रामीणों द्वारा इसे पंचायत से जोड़ने के लिए लंबा संघर्ष किया गया था। तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने निश्चय यात्रा के दौरान डुमरांव आने वाले थे। इस दौरान आनन फानन में मुख्य सड़क तो बनाया गया। लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना से भी गांव की तकदीर नहीं बदल सकी। वर्ष 1996 में वार्ड संख्या 15 और 16 में ईंट सोलिंग सड़क का निर्माण हुआ था। उसके बाद से मरम्मत हुई। वार्ड के नगेश्वरी देवी, उमेशजी राय, गाजर राय, कन्हैया राम, मुखिया देवी, मझिला देवी, उमाशंकर राम आदि का कहना हैै कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय के तहत इस वार्ड के सड़क तथा नाली का निर्माण शीघ्र होना चाहिए। उपेक्षा के चलते आज नाली की चैड़ाई सड़क की चैड़ाई से अधिक हो गई है। पंचायत से जुड़ने के बाद महरौरा गांव के कई वार्डो के गली-नाली आज भी निर्माण की बांट जोह रही है। लोगों ने गांव क गलियों के पीसीसी करने तथा पक्की नाली निर्माण क मांग की है।