बक्सर खबर : ए पब्लिक है सब जानती है, ए पब्लिक है। यह गीत शुक्रवार की शाम डुमरांव के लोगों की जबान पर था। जिले के राजनीतिक इतिहास में यह पहला मौका था। जब जनता नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर थी। राजगढ़ चौक पर जनता का दरबार लगा था। पूरे शहर से हर आम-खास लोग वहां एकत्र हुए थे। जनता के सवालों का जवाब देने के लिए शहर के मुख्य पार्षद समेत सभी वार्ड सदस्यों को बुलाया गया था। पर चुनमून वर्मा, धीरज कुमार, कमलेश तुरहा और सुरेश को छोड़कर कोई नहीं आया। जनता के सवालों के बीच वार्ड सदस्यों ने माना की नगर परिषद में भ्रष्टाचार चरम पर है। सर्वदलिय समिति डुमरांव द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता ललन प्रसाद व संचालन मनोज केशरी ने किया। युवराज चन्द्र विजय सिंह ने कहा कि देश की भ्रष्ट नगर परिषदों में डुमरांव का नाम प्रथम है। मेरा घर वार्ड नंबर दो में आता है। वहां का वार्ड सदस्य चुनाव बाद कभी नहीं दिखा। यहां के कार्यपालक पदाधिकारी जब आए तो स्टेशन से आटो पकड़ कार्यालय जाते थे। आज उनके पास दो महंगी गाड़ियां है। यह धन कहां से आया। सामाजिक कार्यकर्ता रामजी सिंह ने कहा देश में कोयला से लेकर खेल तक में घोटाले हुए। पर हस्ताक्षर घोटाला आजतक नहीं हुआ। यहां की नगर परिषद ने यह भी कर दिखाया। राज परिवार के शिवांग विजय सिंह ने कहा कि नगर क्षेत्र में कहीं सुविधा का पता नहीं हैं। बावजूद इसके लोगों को धोखा देकर हस्ताक्षर कराया जा रहा है। कार्यक्रम के संयोजक मोहन गुप्ता ने कहा यह कार्यक्रम जनता के सवाल और वार्ड सदस्यों के जवाब के लिए आयोजित था। पर कुछ लोगों को छोड़ अन्य नहीं आए। इससे बड़ा भ्रष्टाचार और क्या हो सकता है। जनता के सामने आने से यहां के प्रतिनिधि ही डर रहे हैं। लोगों के सवाल का जवाब देते हुए वार्ड सदस्य चुनमून वर्मा ने कहा कि मुख्य पार्षद ने जनता को गुमराह किया है। मुझे जब यह ज्ञात हुआ तो मैने उन लोगों से अलग हो गया। वार्ड सदस्य धीरज ने भी कहा मैं यह मानता हूं। यहां भ्रष्टाचार चरम पर है। 14 लाख रुपये में घर-घर कूड़ा उठाने के लिए 2000 बाल्टियां खरीदी गयी। बाजार में किसी भी कंपनी की बाल्टी इतनी महंगी नहीं है। आम जन ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि अभी भी समय है। मुख्य पार्षद पद से इस्तिफा दें। कार्यपालक पदाधिकारी को हटाया जाए। अन्यथा वह दिन दुर जब विशाल धरना नगर परिषद के खिलाफ डुमरांव में होगा।