बक्सर खबरः थानेदारों के बारे में ये अक्सर सुनने को मिलता है कि हमारे थाना क्षेत्र का मामला नही है। यहां एफआइआर नही होगा। परन्तु शायद यह पहली मौका होगा जब किसी सरकारी डॉक्टर ने कहा हो कि यह हमारे क्षेत्र का मामला नही हम दवा नही देगें। जी हां ऐसा ही आरोप चैगाई पीएचसी के डॉक्टर विनोद प्रसाद सिंह पर नावानगर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर के ग्रमीणों ने लगाया है। आरोप है कि सोमवार की सुबह जब परिजन अलगु साह को सांप काटने के बाद लेकर चैगाई पीएचसी पहुंचे तो प्रभारी विनोद सिंह ने कहा कि यह नावानगर का मामला हैै दवा यहां नही मिलेगी। इसके बाद परिजन प्रतापसागर ले गये परन्तु वहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार की दोपहर ग्रामीणों ने पीएचसी पर पहुंच कर जमकर बवाल काटा। बीडीओ इंदूबाला सिंह ने जांच का आश्वासन दे जिसे समझा बुझाकर उग्र लोगों को शांत कराया। हलांकि आरोपी डाक्टर मौजूद नही थे। ग्रामीण झूलन दूबे, विरेन्द्र गुप्ता, सुरेश यादव, सुमन कुमार, पिंटू कुमार सहित सैकड़ों ग्रमीण डॉक्टर पर दादागिरी का आरोप लगा निलंबित की मांग कर रहे थे।