बक्सर खबर: बक्सर से चार बार सांसद रहे लालमुनी चौबे का स्वर्गवास हो गया है। शुक्रवार अपराह्न 4 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। भभुआ जिला के कुरइ गांव के रहने वाले चौबे जनसंघ के जुड़े रहे हैं। पहली बार 1969 में जनसंघ से चुनाव जीत विधायक रहे। 1977 की सरकार में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रहे। भाजपा विधायक दल के नेता रहे चौबे बक्सर से चार बार लोकसभा सांसद रहे। इनकी आयु 76 वर्ष के लगभग थी। पिछले एक माह से वे बीमार थे। चार दिन पहले ही डाक्टरों ने उनकी हालत को गंभीर घोषित कर दिया था। सूत्रों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शनिवार को वाराणसी में होगा। डुमरांव महाराज व पूर्व सांसद कमल बहादुर सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष बबन उपाध्याय, भाजपा के पूर्व एमएलसी विवेक ठाकुर, युवा भाजपा नेता शिवांग विजय सिंह, युवराज चन्द्र विजय सिंह, गोपाल जी चैबे, जिलाध्यक्ष राजबंश सिंह, शंभू नाथ पाण्डेय, शेष नाथ पाठक,अनुसुचित जाती मोर्चा व महादलित मंच सह प्रभारी ओम प्रकाश भुवन सहित सैकड़ो कार्यकताओं ने शोक व्यक्त की तथा उनके आत्मा के शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।
दोस्त की नजर में
छात्र जीवन के साथी व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बबन उपाध्याय बताते है। बीएचयू में पढ़ाई के दौरान ही छात्र राजनीति में सक्रिय हुये थे। 1964-68 में पोलवाल्ट चैम्पियन रहे। उन्हे विश्वविद्यालय ने व्लू बेल्ट से नवाजा था। उसी दौरान वो अटल बिहारी बाजपेयी के सम्पर्क में आये। वर्तमान दुरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद के पिता ठाकुर प्रसाद के साथ भी उनका गहरा रिश्ता था। वर्तमान राजनीति में स्वच्छ छवि के बेजोड़ नेता था।
दो बार गये थे जेल
बक्सरः छात्र जीवन के साथी भाजपा नेता बबन उपाध्याय ने बताया कि सन् 1974 के आंदोलन में विधान सभा की सदस्यता त्याग दी थी। उस समय उन्हे गिफ्तारी के बाद बक्सर केन्द्रीय कारागार में रखा गया था। 1975 में जब अपातकाल लागु हुआ तो उन्हें वाराणसी के चैका घाट जेल में रखा गया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए गंगा में कूद पड़े थे। काफी मशक्कत के बाद पुलिस लालमुनी चैबे को गिरफ्तार करने में सफल हुयी।
चौबे ने दिया बक्सर को बहुत कुछ
बक्सरः लालमुनी चौबे जब पहली बार सांसद बने तो प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने उनकी पहल पर गंगा कटाव से जुझ रहे बक्सर के गांव के रक्षा के लिए पैकेज के घोषणा करायी। इनके सांसद रहते ही बक्सर-पटना मार्ग को राष्ट्रीय राज्य मार्ग 84 दर्जा मिला । बक्सर में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना, ऐतिहासिक राम रेखाघाट विवाह मंडप व घाट का निमार्ण, नाथ घाट का निर्माण। ब्रम्हपुर में बाबा बरमेश्वर नाथ मुख्य द्वार का निर्माण। गौरा-बहोरनपुर पुल का निर्माण कराया।
बाबाभोलेनाथ उनकी आत्मा को परमशांति दें |