बक्सर खबर: गुरूवार को दियारांचल बाढ़ पीड़ित को सहायता पहुंचाने को लेकर लम्बी जिला प्रशासन द्वारा लम्बी बैठक चली। फैसले को धरातल पर भी उतारे गये। परन्तु कुछ घंटो में सारी सहायता योजनाओं की हवा निल गयी। नियाजीपुर राहत शिविर कैंप से भोजन बना बाटनें का कार्यक्रम शुरू हुआ। अगले दिन से बंद होया। दियारांचल में बाढ़ पीड़ितों के सहायता की प्रशासन द्वारा की गयी तैयारी फेल हो गयी। अब बाढ़ पीडितों की जिमेम्दारी का सारा दारोमदार जनप्रतिनीधियों और समाज सेवीयों पर आ गया है। जिसके तहत सिमरी प्रखंड़ के अन्तर्गत राजपुर परसहन पा पंचायत के अंदर संस्कृत विद्यालय में लिला डेयरी डुमरी, समाज सेवी सिंकू सिंह, प्रखंड़ प्रमुख माधुरी देवी व समाज सेवी सुशिल लाल के द्वारा राहत कैंप का आयोजन किया गया है। जिसमें प्रतिदिन 2,000 से 3,000 लोगों को पुड़ी सब्बजी पैक कर घरों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावे सिंकू सिंह के द्वारा 150 लोगों को तिरपाल, पशुओं को दवा, चारा भी बांटा जा रहा है। इस संबंध में सिंकू सिंह ने कहा कि परोपकार से बड़ा धर्म कुछ भी नही है। प्रखंड प्रमुख माधुरी देवी ने कहा कि जितना हो सकेगा बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद उपल्बध करायी जायेगी।