बक्सर खबर : बालू के अवैध कारोबार ने पूरे शाहाबाद को बदनाम कर रखा है। प्रशासन और पुलिस इस खेल में शामिल हैं। यह आरोप कोई नया नहीं है। इस धंधे के अलावा गंगा व अन्य सहायक नदियों के घाट पर अवैध खनन का कार्य तेजी से चल रहा है। इसकी शिकायत किसी ने हाई कोर्ट में दायर की है। पीआइएल पर सुनवाई के दौरान न्यायालय ने पटना डीआइजी शालीन को इसकी जांच का जिम्मा दिया है। किन-किन जगहों पर अवैध खनन हो रहा है। कौन-कौन सी घाट निलाम की गई हैं। जांच के कुछ अन्य मानदंड भी हैं।सूत्रों की माने तो वह जांच के क्रम में शाहाबाद से सभी एसपी की बैठक ले चुके हैं। आने वाले दिनों में जांच दल जल्द ही जिलों का भ्रमण करेगा।
कहां-कहां हो रहा है खनन
बक्सर : जिले में बालू का अवैध खनन गंगा से सटे कई गांवों में हो रहा है। ब्रह्मपुर से लेकर गोलंबर तक आने के क्रम में ऐसे कई घाट हैं। जहां से इनकी निकासी होती है। मुफस्सिल इलाके में भी कमरपुर के पास अवैध खनन जारी है। कृतपुरा के पास जहां पहले बालू निकलता था। उसका सरकारी ठेका होने के बाद से गांव की राजनीति में पिछले वर्ष से ही निकासी बंद है। वहीं राजपुर थाना के सिकरौल के पास कर्मनाशा नदी से भी बालू निकलता है। जैसे-जैसे गर्मी का प्रभाव शुरु होगा। बालू की निकासी तेज होगी। पिछले वर्ष डुमरांव में भी दर्जनों ट्रैक्टर व जेसीबी मशीन को स्थानीय प्रशासन ने काव नदी के पास खनन करते हुए पकडा था।