बक्सर खबर : धन्नंजय राय उर्फ गुड्डू राय, पिता सुभाष राय ग्राम डिहरी थाना राजपुर पिछले सात वर्षों से फरार चल रहा था। इसे गिरफ्तार करने के लिए बहुत प्रयास हुए। लंबे समय बाद यह पुलिस के शिकंजे में आया है। शनिवार को उसकी गिरफ्तारी बड़े ही नाटकीय अंदाज में हुई। पुलिस कोलकत्ता के उस घर में सादे लिबास में घुसी। सूत्रों की माने तो बिजली मीटर का रीडर बन वहां तक एसटीएफ पहुंची। अंदर दाखिल हुई पुलिस ने पहले उन रास्तों को सील किया जहां से किसी के भागने की उम्मीद थी। आस-पास में पहले से ही पुलिस वाले मौजूद थे। उसे बचने का मौका नहीं मिला।
किन्नू मुखिया की हत्या कर, 2003 में बना था अपराधी
बक्सर : गुडडू राय पहली बार वर्ष 2003 में पुलिस केस में नामजद हुआ था। उसी वर्ष अपने ही गांव के मुखिया किन्नु यादव की हत्या में भी इसका नाम आया। इस केस में कुछ लोगों के खिलाफ सजा भी हो चुकी है। वह मामला इतनी चर्चा में आया था कि, लालू यादव डीहरी गांव आए थे। उस साल राजपुर में दो मामले दर्ज हुए थे।
2006 में पहली बार हुआ था गिरफ्तार
बक्सर: इसकी पहली गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश के बलियां जिला अंतर्गत नरही थाना से हुई थी। पुलिस ने इसे आम्र्स के साथ गिरफ्तार किया था। जहां से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यह सिविल कोर्ट बक्सर में लाया गया। इसी वर्ष गुड्डू राय के उपर गिरफ्तारी से पहले नगर के पीपी रोड में रहने वाले फैज अहमद की हत्या का आरोप लगा था।
लव मैरेज की थी शादी
बक्सर : राजपुर के डिहरी के रहने वाले गुडडू राय की ननिहाल उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला अंतर्गत जमानिया थाना के लहुआर गांव में है। युवा अवस्था में यहीं से धनंजय राय ने सुनिता राय को अपने साथ भगाया था। उनसे शादी की। अब सुनिता राय चौसा की ब्लाक प्रमुख हैं।