बक्सर खबर : जिले के मझरियां गांव के मूल निवासी अरुण कुमार सिंह न्यायमूर्ति बन गए हैं। उन्हें शुक्रवार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी। अरुण कुमार इससे पहले पटना व भभुआ के जिला जज रह चुके हैं। भभुआ से हाल में सेवानिवृत हुए थे। सूत्रों के अनुसार वर्ष 1997 में वे न्यायिक पदाधिकारी बने। इससे पहले हाई कोर्ट में अधिवक्ता के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे थे। उनके पिता स्व. ललन सिंह सप्लाई इंस्पेक्टर थे। उन्होंने पटना विधि कालेज से वकालत की थी। श्री सिंह के न्यायमूर्ति बनने पर न्यायिक जगत व अधिवक्ताओं ने उन्हें बधाई दी है। जिले के लोगों ने भी अपने लिए गौरव बताया है।
तीन अन्य भी रहे हैं न्यायमूर्ति
बक्सर : अरुण सिंह को केन्द्र सरकार द्वारा न्यायमूर्ति बनाए जाने के बाद जिले के गौरव शाली इतिहास की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। यहां से अन्य तीन लोग भी इस पद को सुशोभित कर चुके हैं। औद्योगिक थाना क्षेत्र के उमरपुर गांव निवासी स्व. कैलाश राय के पुत्र विनोद कुमार राय भी न्यायमूर्ति रहे हैं। जो पंजाब और सिक्किम के मुख्य न्यायाधीश पद से सेवानिवृत हुए थे। इसी गांव के रहने वाले वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी जनार्दन राय के पुत्र राजन कुमार राय इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनउ बेंच के न्यायमूर्ति हैं। इससे पूर्व दुल्हपुर के प्रसिद्ध वकील काली प्रसाद सिंह के पुत्र उदय प्रताप सिंह भी केरल उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति पद से सेवानिवृत हुए हैं।