बक्सर खबरः मानवता एक बार फिर शर्मसार हुई। एक मां के कारण ममता को कलंक लगा। मजबूरी चाहे जो रही हो। चाइल्ड लाइन डुमरांव टीम के क्वाडीनेटर चंदन कुमार ने बताया कि मंगलवार अहले सुबह 4:00 बजे इसका पता आस-पास पास के लोगों को चला। डुमरांव-विक्रमगंज पथ पर स्थित शीला सिनेमा से सटे गली में एक बच्चे की रोने की अवाज आयी। जिसको सुनकर ठोढ़ी पासी की बहु घर से बाहर आई। जो दृष्य देखा, उसका कलेजा फट गया। कड़ाके की ठंढ़ में अखबार में लपेटे ठेले पर नवजात बच्ची को देखा। जिसका नार भी नहीं काटा गया था। उसे तुरंत घर ले गयी। कपड़े से लपेट कर ठंड़ से बचाया अपने कलेजे से लगा लिया। सुबह होने पर इसकी सूचना थाना को दी गयी। जिसके बाद थानाध्यक्ष सुबोध कुमार और चाइल्ड लाइन की टीम उसे थाने लायी। कागजी कार्रवाई के बाद जिला बाल कल्याण समिति को सौपा जायेगा। बालकल्याण समिति बक्सर के सदस्य विनोद सिंह ने बताया कि बच्ची को पटना भेजा जाना था। वहां सीट फूल है। इसकी वजह से बच्ची को भभुआ में भेजने का निदेश मिला है। फिलहाल उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। जिसके कारण उसे सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड में रखा गया है।