माउथ मीडिया : कर्मचारी दो साल में और डीएम चार साल में ….
बक्सर खबर : बहुत दिन बाद दबंग पांडेय आज शहर के मोड़ पर मिल गए। मैंने देखा तो हाल-चाल जानने के लिए मुखातिब हुआ। सामने पडऩा था कि उनका करारा सवाल मेरे सामने पड़ा। आपने खबर लिखित है। डीएम ने 44 कर्मचारियों का तबादला किया। मैंने हां में सर हिलाया। उनका दूसरा सवाल तपाक से आया। आप बताइए डीएम का तबादला कितने साल पर होता है। हमने कहा यह तो सेवा नियमावली बनाने वाले जाने। मेरे इतना कहते ही उन्होंने छोडि़ए इस बताइए कर्मचारी का तबादला कितने दिन पर होता है।
मैं उनका आशय समझने का प्रयास कर रहा था। बगैर किसी कारण के दबंग पांडेय प्रश्न पर प्रश्न नहीं करते। वे किसी बात की तरफ इशारा करना चाह रहे थे। मैंने कहा आप ही बातइए। पांडेय जी चालू। अब देखिए इस सुशासन में दो साल पहले भी डीएम कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर तबादला किए रहे। दो साल भी पूरा नहीं हुआ। फिर तबदाला। उनको समझना चाहिए। कितना आदमी को सस्पेंड किए हैं। सबका बाल बच्चा है। जीवन है, गलती बरियार है तो साफ करीए नौकरी। इ लटका के काहें रखे हैं। अरे सरकार जब आपको चार साल तक मौका दे रही है। तो आप भी अपने नीचे वालों पर रहम किजिए। आज इहां, कल उहां परेशानी होता है जी। मैंने पांडेय जी की बात सूनी और चलता बना। पांडेय जी का सवाल मेरे जेहन में बस घूम रहा है।