बक्सर खबर : सीताराम विवाह आश्रम के संस्थापक श्रीमननारायण भक्तमाली जी की संपति फर्जी युवक ने बेच दी है। इसकी शिकायत उनकी पुत्रवधू ने पुलिस से की। जांच हुई तो पता चला फर्जी युवक ने कुल ९२ डीसमील जमीन बेच दी है। खुद को मामा जी का पुत्र अनमोल चतुर्वेदी बताने वाले ने अपने चचेरे भाई कन्हैया को इस बेची का गवाह बनाया है। इसकी जांच में जुटी पुलिस ने पाया कि खुद को मामा जी का पुत्र बताने वाला युवक दिनेश ओझा है। जिसके पिता का नाम विश्वनाथ ओझा ग्राम बड़का सिंघनपुरा है। उसने छद्म नाम का प्रयोग करते हुए अपने ही गांव के अवधेश ओझा को यह संपति बेची है।
जांच के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस माह की ग्यारह तारीख को उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां से वह जेल भेज दिया गया। सूत्रों के अनुसार इसकी शिकायत लेकर कन्हैया चतुर्वेदी की पत्नी राजकुमारी देवी एसपी के पहुंची। उन्होंने बताया कि मामा जी के पुत्र अनमोल जो किशोरा अवस्था में ही कहीं गायब हो गए थे। उन्हें परिवार के लोगों ने मृत मान लिया। इसी बीच यह युवक परिवार के संपर्क में आया। मामा जी की पत्नी उसे पुत्र की तरह स्नेह देने लगी। जिसका लाभ उठाकर उसने ऐसा कृत्य किया।
इसकी प्राथमिक मुफस्सिल थाने में दर्ज हुई। मुकदमा संख्या १६८/१६ में जांच की रिपोर्ट डीएसपी शैशव यादव के पास पहुंची। उन्होंने स्वयं जांच की। तो पता चला खुद को अनमोल बताने वाला दिनेश ओझा सिमरी थाना के बड़का सिंघनपुरा गांव का निवासी है। उसके द्वारा बेची गई जमीन के डीड से उसकी अंगुली के निशान लिए गए। अन्य कागजात से मिलान कर साबित किया गया कि वह अनमोल नहीं दिनेश ओझा है। इसमें पुलिस को लंबा वक्त लगा। तब जाकर दिनेश जेल की सलाखों के बीच पहुंचा। यह जमीन उसने वर्ष २०१४ में ही अपने गांव के एक अन्य व्यक्ति को बेच दी थी। हालाकि यह भी पुख्ता नहीं हो पाया है। जमीन आश्रम के कब्जे में थी या उनके परिवार के जिम्मे। सरकारी दस्तावेज के अनुसार जमीन पांडेय पट्टी मौजा की है। थानाध्यक्ष आदित्य कुमार ने कहा जमीन के कागजात देखने के बाद ही पता चलेगा। उसकी वास्तविकता क्या है।