बक्सर खबर : ब्रह्मपुर के रहथुआं गांव निवासी विरेन्द्र यादव की हत्या उसके गांव के युवकों ने मिलकर की है। घटना में तीन लोगों का नाम सामने आ रहा है। वाकया उस वक्त हुआ जब विरेन्द्र यादव रघुनाथपुर से बाइक द्वारा अपने गांव लौट रहा था। भरखर में जहां उसे गोली मारी गई। वहां पहले से दो लोग घात लगाए खड़े थे। जिन्होंने बाइक को रोक लिया। सामने मौत को खड़ा देख विरेन्द्र भागने लगा। युवकों ने उसके पैर में गोली मार दी। वह गिर पड़ा। पास पहुंच उन हमलावरों ने सीने में गोली मार दी। दुश्मन की मौत से आश्वस्त होने के बाद बाइक से फरार हो गए।
राहुल व रमन सिंह ने की हत्या
बक्सर : ब्रह्मपुर के थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया हत्या में रहथुआं गांव के ही राहुल सिंह व रमन सिंह पिता कामता सिंह का नाम आ रहा है। पुरानी अदावत के कारण राहुल ने यादव की हत्या कर दी। पुलिस को शक है विरेन्द्र यादव जिस बाइक पर सवार था। उसका चालक भी साजिश में शामिल हो सकता है। चालक गजेन्द्र राम घटना के बाद से ही फरार है।
राहुल ने पहले भी मारी थी विरेन्द्र को गोली
बक्सर : राहुल सिंह की विरेन्द्र यादव से पुरानी दुश्मनी थी। जब वह विदेश में कमा रहा था। उसी समय विरेन्द्र यादव ने दबंगई के बल पर उसकी बहन की शादी एक यादव लड़के से करा दी थी। वह सउदी से वापस आया तो उसने गांव में ही विरेन्द्र पर गोली चलाई थी। उस समय जो प्राथमिकी दर्ज हुई उसमें राहुल और उसके भाई रमन दोनों को नामजद किया गया था।
दोनों पक्ष के लोग कुछ माह पहले ही आए थे जमानत पर
बक्सर : विरेन्द्र यादव पिता हीरालाल यादव ग्यारह माह पहले जेल से बाहर आया था। जमानत मिलने के बाद वह गांव में ही रह रहा था। इस बीच चार माह पहले राहुल भी जेल से बाहर आया गया। आने के बाद से ही उसकी योजना थी। यादव को छोडऩा नहीं है।
पिता के आने के बाद उठा पोस्टमार्टम के लिए शव
बक्सर खबर : विरेन्द्र यादव के पिता हीरालाल यादव व उसका भाई झारखंड के टाटा में रहते हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद वे दोनों वहां से गांव पहुंचे। इस बीच छह घंटो तक शव को गांव में ही रखा गया। उनके आने के एक घंटे बाद रात ग्यारह बजे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल भेजा। इस बीच वहां बड़ी संख्या में जमा लोग शव को ले जाने का विरोध कर रहे थे। लेकिन, पुलिस ने यह माना कि ऐसा नहीं किया गया तो यहां राजनीति होने लगेगी।