बक्सर खबर : एक अप्रैल से प्रदेश में शराब बंदी लागू हो रही है। इस स्थिति में वैसे लोग बहुत परेशान हो सकते हैं। जो इस नशे की गिरफ्त में हैं। इनके उपचार के लिए जिला अस्पताल में नशा मुक्ति केन्द्र खोला गया है। जिलाधिकारी रमण कुमार ने बुधवार को इसका शुभारंभ किया। सदर अस्पताल पहुंचे डीएम को सिविल सर्जन बीके सिंह ने बताया कि यहां पुरुषों के दस बेड एवं महिलाओं के लिए छह बेड़ रखे गए हैं। पूरा कमरा वातानुकूलित है। हर बेड पर पंखे लगे हैं। यहां जीन लोगों का उपचार होगा। उन्हें 21 दिनों तक रखा जाएगा। उन्हें जरुरत के अनुसार दवाएं और आवश्यकता पड़ी तो शराब भी दी जाएगी। उसकी मात्रा रोज कम करते हुए एक दो सप्ताह के अंदर जीरो एमएल पर पहुंचा दिया जाएगा।
डीएम ने लगायी फटकार
बक्सर : नशा मुक्ति केन्द्र में क्या सुविधाएं हैं। डीएम ने जब इसकी वास्तविकता चेक की तो वे नजारा देख भड़क गए। उपर नई चादरें ,नीचे फटा व पुराना बेड। डीएम ने पूछा क्या संसाधन की कमी है। अथवा आवंटन नहीं है। या नशा मुक्ति केन्द्र के नाम पर किसी दूसरे वार्ड के बेड यहां लाकर रख दिए गए हैं। महिलाओं के छह बेड का भी पता नहीं चला। यह देख उन्होंने जमकर पदाधिकारियों को फटकार लगायी।