बक्सर खबरः हाजियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन रविवार नया भोजपुर के जामा मस्जिद में किया गया। कुल 36 हाजियों ने भाग लिया जिसमें 21 पुरूष और 15 महिलाएं थी। इसके अलावा बड़ी संख्या में उलेमाओं ने भाग लिया। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर हाजी मौलाना आलमगीर साहब के जेरे निगरानी में हुआ। जिसमें हाजियों को हज यात्रा के बारे में काफी तफसील से बताया गया। हज के दौरान मक्का और मदीना शहर में कब कैसे और किस दिन वहां नमाज अदा करनी है इसके बारे में बताया गया। हाजियों को बताया गया कि मीना के मैदान में क्या होता है और शैतानों को कंकडी कैसे मारी जाती है। मक्का शहर मदीना से 500 किलामीटर दुर है। वहां कितने दिन रहना है इसकी जानकारी दी गयी। बताया गया कि शफा और मरवा पहाड़ पर तीन बार दौड़ लगाना आवश्यक बताया गया। वही लौटने के दौरान अवे- जमजम का पानी एक यात्री कितना ला सकता है इसके बारे में जानकारी दी गयी। मस्जिद के बाहर लगी दुकानों से हज जाने वाले यात्रियों ले जाने वाले जरूरी समान की खरीदारी की। इस मौके पर हाजी अब्दुल अजीज साहब ने कहा कि हज इस्लाम का पांचवा रूकन है। हज वैसे मालदार व्यक्तियों के लिए फर्ज है, जो अपने घर से काबा शरीफ तक जाय और वाहां के अरकान शरीफ तक जाय और वहां का अरकान पूरी कर वापस आये।