बक्सर खबर : नगर भवन बक्सर में मंगलवार की शाम कार्यक्रम आयोजित था। कई मणमान्य लोग उपस्थित थे। मौका था लायंस क्लब की 25 वीं सालगीरह का। कार्यक्रम चल रहा था। उदघाटन हुआ, अतिथि व वक्ता अपनी-अपनी बात कह रहे थे। इसी क्रम में मौंका आया डुमरांव राज परिवार के युवराज चन्द्र विजय सिंह का। उन्होंने माइक पकड़ा तो फिर बरस पड़े। पच्चीस साल पहले 1992 में 24 जून को लायंस क्लब की नींव हमने रखी थी। तब 22 लोगों की टीम थी। जन कल्याण का अभियान प्रारंभ हुआ। तब डा: महेन्द्र, संतोष पोद्दार, नंदु जायसवाल, सत्य सत्य देव प्रसाद,सुभाष गोयल,सुभाष गोयल। 2006 में सुरेश जायसवाल अध्यक्ष बने उसके बाद से ही समय बदला कुछ अध्यक्षों ने स्वंभू कार्य प्रारंभ कर दिया। जिससे आहत हो कुछ लोग पीछे हट गए। आज जब क्लब की रंजत जयंती मन रही है। अपने पुराने लोगों को भूला दिया गया है। नए-नए लोग सम्मानित हो रहे हैं। अपने लोग भुलाए जा रहे हैं। यह कैसी संस्कृति है, आप सभी को इस पर ध्यान देना चाहिए। नहीं तो लक्ष्य दूर होता जाएगा। जन मानस की सेवा कम खुशामदी का दौर प्रारंभ हो जाएगा। युवराज की यह बातें सून पूरे कार्यक्रम का जैसे रंग ही बदल गया।