बक्सर खबर : इटाढ़ी प्रखंड का अतरौना गांव। यहां के लोग आज भी विकास और सुशासन का इंतजार कर रहे हैं। यह गांव ही नहीं, इससे लगे आधा दर्जन गांव एक अदद पुल के इंतजार में हैं। ठोरा नदी गांव और सड़क के बीच में है। जिसका खामियाजा यहां के लोग झेल रहे हैं। गांव के युवक और बक्सर खबर के पाठक नीतीश कुमार ने फोन पर बताया कि 1980 के दशक में बाढ़ आयी थी। तब पैतालीस लोगों की डूब कर मौत हो गयी थी। यह जिले के बड़े हादसों में से एक है। यहां पिछले वित्तीय वर्ष में मुख्य मंत्री सेतु योजना से पुल निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। विधानसभा चुनाव को देखते हुए शिलान्यास भी कर दिया गया। काम लगा तो उस वक्त जब बरसात सामने थी। बाढ़ आयी और काम ठप। गांव के लोगों ने आवागमन के लिए फिलहाल लकड़ी व चाचर के सहारे पुल बना रखा है। जिससे होकर गांव के लोग आजा रहे हैं। इस कार्य में अतरौना के समाज सेवी रामजी सिंह व ग्रामीणों ने तन-मन धन से सहयोग किया है। चाचर पुल ही इन गांवों का सहारा है। जिससे होकर बड़े रोजगार करने व बच्चे पढऩे जाते हैं। यहां के युवाओं ने कहा कि हमें उम्मीद है। जल्द ही गांव में पुल बनकर तैयार होगा। यहां के मंत्री व डीएम को इस पर ध्यान देने की जरुरत है।