बक्सर खबर : जिलाधिकारी ने लचर शिक्षा व्यवस्था के दोषी इक्कीस विद्यालयों के प्रधानाध्यापक का वेतन बंद कर दिया है। इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह आदेश शुक्रवार को हुए निरीक्षण के आलोक में दिया गया है। प्रखंडी शिक्षा पदाधिकारी व बीआरपी को इस कार्य में लगाया गया था। एक दिन में कुल अनठावन विद्यालयों की जांच हुयी। जिलाधिकारी रमण कुमार ने बताया कि जिले में सिमरी और चक्की प्रखंड की हालत बहुत खराब है। शिक्षा विभाग की टीम अपराह्न 2: 55 में मध्य विद्यालय राजापुर पहुंची। वहां पांच में से दो शिक्षक कन्हैया प्रसाद व नीरज कुमार अनुपस्थित थे। विद्यालय में एक भी छात्र उपस्थित नहीं था। इस वजह से यहां के एचएम समेत सभी शिक्षकों को वेतन बंद कर दिया गया है। डीएम के अनुसार जिन अनठावन विद्यालयों की जांच हुयी है। इनमें 20 ग्रेड ए, 17 ग्रुप बी एवं 21 ग्रुप सी के अनुरुप पाए गए। सी ग्रुप के सभी विद्यालय प्रधानाध्यापकों का वेतन बंद करने और उनसे कारण बताओ का जवाब मांगा गया है। प्रखंड वार विद्यालयों की जांच इस प्रकार है। बक्सर के उमरपुर व कमपुर के पांच-पांच, राजपुर प्रखंड के कैथहर कला पंचायत के 4, इटाढ़ी प्रखंड के उनवांस पंचायत के चार, चौसा प्रखंड की चौसा पंचायत के चार, रामपुर पंचायत के चार, डुमरांव प्रखंड के कोरानसराय पंचायत के चार, सिमरी प्रखंड के राजापुर पंचायत के चार, बलिहार पंचायत के पांच, गंगौली पंचायत के चार व केशोपुर पंचायत के चार, ब्रह्मपुर प्रखंड के उत्तीर नैनीजोर पंचायत के तीन, दक्षिणी नैनीजोर के पांच व चक्की प्रखंड के जवही दियर पंचायत के चार विद्यालयों का निरीक्षण किया गया।