बक्सर खबर : जिले में बाढ़ की स्थिति और भी विकराल होती जा रही है। रविवार की सुबह चौसा-कोचस मार्ग पर पानी चढ़ गया। हालाकि इससे आवागमन बाधित नहीं हुआ है। वहीं दूसरी तरफ जिले के सिमरी, चक्की, बह्मपुर प्रखंड के कई गांवों में पानी प्रवेश कर गया है। महिलाएं और बच्चे वहां से पलायन कर गए हैं। पुरुष सदस्य संपति और मवेशियों की देखरेख के लिए वहां सुरक्षित स्थानों पर डेरा डाले हुए हैं। हम बाढ़ की चर्चा करें तो पानी का बढऩा फिलहाल जारी है। अगले दो दिनों तक स्थिति पूर्ववत रहेगी। बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता सिहेंश्वर प्रसाद ने बताया कि रविवार की शाम वाटर लेबल 61.01 था। प्रति घंटे इसमें आधा सेंटीमीटर का इजाफा हो रहा हैं। पानी के दबाव का आलम यह है कि सिमरी, डुमरी, योगियां जैसे घनी आबादी वाले गांव एक तरफ से घीर गए हैं। बाढ़ ने वर्ष 2013 के रिकार्ड को छू लिया है। मीडिया जगत के हवाले से मिली सूचना के अनुसार झांसी के डैम, मध्य प्रदेश के बेतवा नदी और ललीतपुर के माताटीला डैम से लगभग 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो यमुना नदी के रास्ते गंगा में पहुंच रहा है। ऐसे स्थिति में पानी और बढऩे की संभावना है।
Hallt aur kharab hote jaa rahe hai lekin Vishwmitr ki nagri buxar ko kuch nahi hoga Ghabrane ki koi jarurat nahi hai jai shree ram