बक्सर खबर। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के द्वारा बिहार में गिरते शिक्षा के स्तर को देखते हुए गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। डीके कॉलेज डुमरांव के बाहर इस संगठन के छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बिहार सरकार के गलत शिक्षा नीति और विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में एक दिवसीय उपवास भी रखा। साथ ही अपना आक्रोश प्रकट करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीके कॉलेज एनएसयूआई कमेटी अध्यक्ष विकास सिंह और संचालन विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष रंजन ओझा ने किया। विकास सिंह ने कहा कि बिहार सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य और जीवन दोनों से खिलवाड़ कर रही है।
बिहार सरकार के स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई नहीं होती है। हमारे संगठन की मांग है कि कोरोना काल मे किसी प्रकार की परीक्षाएं न आयोजित की जाए। स्नातक में 60 फसदी सीट की बढ़ोतरी हर कॉलेजों में हो। डीके कॉलेज डुमरांव एवं एमवी कॉलेज बक्सर में बीकॉम की पढ़ाई पुन: शुरू किया जाए। छात्रों व शिक्षकों की उपस्थिति 75 फिसदी सुनिश्चित किया जाए। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन छात्रों के हर मुद्दे पर लड़ा है। अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो संगठन उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होगा। मौके पर एनएसयूआई महाविद्यालय सचिव अनिल कुमार, रोहन कुमार, अनुराग मिश्रा, सोनू कुमार, रोहित सिंह ,सोनू सिंह, चंद्रकांत मिश्रा ,आतिश सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे।