बक्सर खबर : भोजपुरी में एक कहावत है। खेलब ना खेले देब, खेलिए बिगारब। यह नजारा सोमवार को किला मैदान में देखने को मिला। सतलज विद्युत परियोजना के द्वारा प्रायोजित केन्द्र सरकार का कार्यक्रम विवादों का केन्द्र बन गया। जग जाहिर है, केन्द्र प्रायोजित सबका साथ सबका विकास कार्यक्रम भाजपा सरकार के गुण बखान के लिए था। यह सबकुछ जानने के बाद भी कुछ लोगों की गलत सलाह ने शहर की छवि को दागदार कर दिया। किला मैदान में सरकारी पैसे से भाजपा का कार्यक्रम हो रहा है। इसका आरोप लगाने वाले कांग्रेसी भाजपा से पहले स्वयं कार्यक्रम में पहुंच गए। हंगामा हुआ। पुलिस को उन्हें खदेडऩे के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा।
कार्यक्रम सफल होने से पहले ही इसकी घमक पूरे राज्य में फैल गई। कई राजनीतिक बयान आए। कुछ आलोचना में कुछ समर्थन में। सबकुछ शांत हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बागपत के सांसद सतपाल सिंह पहुंचे। उनके साथ भाजपा प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने मंच संभाला। शुरु हुआ प्रचार प्रसार का आगाज। इसकी अध्यक्षता पूर्व विधायक स्वामी नाथ तिवारी ने की। मंच का संचालन भाजपा अध्यक्ष राणा प्रताप ने संभाला। इस तरह तय कार्यक्रम संपन्न हुआ। लेकिन पंडाल में बैठे लोग सहमे रहे। कहीं विरोधी बाहर से कुछ और न कर बैठे। पुलिस की सुरक्षा भी पहले से ज्यादा हो गई थी। कार्यक्रम जब समाप्त हुआ। तो बाहर इसकी की चर्चा थी। चलो कार्यक्रम भी हुआ। दोनों पार्टी के लोग भी शामिल हो गए। पक्ष वाले प्रचार कर गए विपक्ष वाले नेता बन गए। बगैर पुलिस की लाठी के कोई नेता बनता है भला।