बक्सर खबर : इसे कहते हैं किस्मत। चार वर्ष की अल्फा खातुन जिसे परिवार वालों ने लावारिस छोड़ दिया था। पटना के नवजीवन ट्रस्ट में पल रही बच्ची को नए माता-पिता मिल गए हैं। पिता मिस्टर डेवीड पी व मां मिसेज केलीन पी के साथ चार बजे की फ्लाइट से वह फ्रांस रवाना हो रही है। पटना में प्रयास नवजीवन ट्रस्ट द्वारा उसे इस दंपति को सौंपा गया।
गोद लेने के की प्रकिया पूरी करने के वक्त सादे समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे बक्सर विधायक संजय उर्फ मुन्ना तिवारी ने उसका जन्म प्रमाण पत्र व पास्पोर्ट दे उसे विदा किया। इसकी जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति बक्सर के सदस्य विनोद सिंह ने अल्फा की पूरी कहानी बताई। वर्ष 2014 में यह बच्ची रेल पुलिस के हाथ लगी थी। जिसे बाल कल्याण समिति बक्सर को सौंपा गया। पूछने पर उसने अपना नाम अल्फा, घर वाराणसी उत्तर प्रदेश बताया। कई तरीके से उसका लगाने का प्रयास हुआ। यहां से उसे 2 अक्टूबर 14 को पटना के नवजीवन केन्द्र को सौंपा गया। इस बीच फ्रांस के परिवार ने बच्चा गोद लेने की इच्छा जाहिर की।
वे भारत आए, बच्ची को देखा तो उनका चेहरा खील उठा। पिछले एक साल से बच्ची को पाने के लिए उन्होंने कई कानूनी प्रक्रिया को पूरा किया। फैमली कोर्ट पटना के आदेश पर केन्द्रीय कमेटी से उसे मान्यता मिली। प्रकिया पूरी होने पर यह परिवार पुन: पटना आया। गोद लेने से पहले डेवीड व केलीन बच्ची के साथ एक माह तक रहे। जब पूरी तरह वह उनके साथ घुलमिल गई। तब गोद लेने की प्रक्रिया पूरी की। इस मौके पर प्रसार भारती के अध्यक्ष डा. सुमन लाल, बाल कल्याण समिति पटना की अध्यक्ष ममता झा, बाल कल्याण समिति बक्सर के अध्यक्ष डा. रमेश चन्द्र पांडेय, विनोद सिंह व प्रतिमा सिंह आदि उपस्थित रहीं।