बक्सर खबरः लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत केसठ प्रखंड को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। स्वच्छता का प्रमाणपत्र भी प्रखंड़ को जिला प्रशासन द्वारा दे दिया गया है। इस दावे की कलई प्रखंड़ के एकलौते जिप सदस्य ने खोल दी है। धनंजय आर्य ने मीडिया के नाम जारी अपने पत्र में यह दावा किया है। चालीस फिसदी घरों में शौचालय बने ही नहीं। प्रखंड ओडीएफ मुक्त कैसे हो गया! ऐसे में क्या उन गरीबों को शौचालय बनाने के लिए सहायता मिलेगी! जिनके घरों में अब तक शौचालय नही बना, या बनवाना चाहते है। आर्य ने डीएम रमण कुमार पर आरोप लगाते हुये कहा कि चार माह पहले पहली बैठक में उन्होनें ने वादा किया था। केसठ में महादलितों के लिए सर्वाजनिक शौचलय बनवायेगें परन्तु बनवाना तो दुर अभी तक आधारशीला भी नही रखी गयी। केसठ पंचायत के वार्ड न0 चार को दो माह पहले ही ओडीएफ मुक्त का तगमा मिला था। परन्तु 32 लाभुकों तक 12,000 की राशि खातों में नही पहुंचीं। अभी किसानों को धान कटाई और बुआई का समय चल रहा है। जिस कारण से मजदूर नहीं मिल रहे है। ऐसे में प्रखंड के सैकड़ों परिवारों ने शौचालय नहीं बनवाया है। कुछ लोग पिछले एक सप्ताह से पदाधिकारी व जनप्रतिनिधी जमावड़ा लगाये हुये है। फर्जी सर्टिफिकेट देने के लिए। अपनी वाह-वाही लूटने के लिए। इस पुरे कार्यक्रम के दौरान मुझे सूचना नहीं दी गयी। क्योंकि इस नौटंकी का असली सच समाने आ जाता।