बक्सर खबर: ब्रह़़मपुर के गायघाट पुछरी निवासी उदय साह की हत्या दो युवकों ने मिलकर कर दी थी। घटना को अंजाम देने वाले अंतत: पुलिस की जद में आ ही गए। सोलह महीने बाद पुलिस को यह कामयामी मिली। इस आरोप में गिरफ्तार मुन्ना चौधरी के स्वीकारोक्ती बयान से मामले का उदभेदन हुआ है। उसने कबुल किया है कि ब्रहम्पुर चौरस्ता में किराना दुकान चलाने वाले उदय साह से उधार में समान मांगा था। उसने इनकार कर दिया। जब 11 जुलाई 2015 को शाम 7:30 बजे घर लौट रहा था। उसके साथ लूट-पाट कर गोली मार दी। हत्या में मेरा साथी सुरेन्द्र नोनिया भी शामिल था। ज्ञात हो कि सोलह माह पूर्व किराना व्यवसायी को गोली मारी गयी थी। एक सप्ताह बाद इलाज के दौरान मौत हो गयी। परिजनों ने अझात के विरुद़ध प्राथमिकी दर्ज करायी। पिछले एक साल से यह घटना पुलिस के लिए सरदर्द बनी हुई थी। थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया कि व्यवासायी को गोली मारने के बाद ये लोग मोबाइल लेकर भाग गये थे। उसी मोइबाल के ट्रेस से शुक्रवार रात मुन्ना को घर से गिरफ्तार किया गया। इस मामले इसका एक साथी अभी भी फरार है। मामले के उदभेदन में पुलिस कप्तान उपेन्द्र कुमार शर्मा का भी विशेष योगदान रहा है। क्योंकि तत्कालीन थानाध्यक्ष ने केश को उलक्षा कर रख दिया था। इसी बीच उनका तबादला भी हो गया। हत्यारे पकड में नहीं आए। पुलिस के उपर दबाव बढता गया। इस संदर्भ में पूछने पर एसपी श्री शर्मा ने बक्सर खबर को बताया कि पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। क्योंकि यह मामला अज्ञात के खिलाफ था जो काफी टफ होता है। कोई सुराग नही मिल रहे थे। परन्तु इसके लिए ब्रम्हपुर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एक टीम बनायी गयी। जिसमें यह सफलता मिली। अपराधी चाहे कहीं भी छुप जाये एक दिन वह पकडा ही जाता है।