बक्सर खबर : गरीब अथवा मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा होना अभिशाप नहीं है। मगन में लगन हो और धैर्य तो हर सफलता हासिल की जा सकती है। इस बार सफलता ज्योति कुमारी को मिली है। जिसने एसएससी की परीक्षा में सीपीओ का ग्रेड पाया है। उसे बीएसएफ में इंस्पेक्टर पद के लिए चयनित कर लिया गया है। ज्योति के पिता रतन प्रसाद गुप्ता रामरेखा घाट पर हलवाई की दुकान चलाते हैं। इनकी पांच बेटियां हैं। लेकिन इन बेटियों ने उनका नाम इतना रौशन किया है कि उनका सर गर्व से उंचा हो गया है। बड़ी बेटी ज्योति ने एसएससी की परीक्षा में 412 स्थान लाकर इंस्पेक्टर की नौकरी पक्की कर ली है। आठ सितम्बर को जारी हुए परीक्षा परिणाम में उसका रिजल्ट आया है।
पहले दो बार ज्योति इस परीक्षा में सफल होते-होते रह गई थी। पिछले वर्ष तो वह महज दो नंबर से व चुक गई थी। लेकिन उसकी छोटी बहन निलू ने तब बाजी मार ली थी। निलु फिलहाल सीआइएसएफ में बतौर इंस्पेक्टर नौकरी कर रही है। एक पिता की दो-दो बेटियां पुलिस पदाधिकारी बन गई हैं। जिससे पूरा परिवार गर्व महसूस कर रहा है। ज्योति यहीं शहर के एमपी हाई से इंटर व एमवी कालेज से स्नातक कर प्रतियोगिता की तैयारी कर रही थी। शहर के ताड़का नाला रोड ,पहवा होंडा के पास स्थित गली में चलने वाले युवा कंपटीशन क्लासेज से तैयारी कर रही थी। उसके शिक्षक राहुल अखौरी उर्फ सोनू बताते हैं। उसकी बहन निलु ने प्रथम प्रयास में ही यह सफलता हासिल कर ली थी। लेकिन दो बार के प्रयास में असफल रही ज्योति ने भी इस वर्ष लक्ष्य हासिल कर दिखा दिया। बेटियां किसी से भी कम नहीं है। उसकी इस सफलता में मां-पिता के अलावा छोटे भाई का भी योगदान है। जिसने गर्मी की भरी दोपहरी में अपनी दीदी के साथ किला मैदान में दर्जनों चक्कर लगाए। जिससे उसकी दीदी फिजिकल टेस्ट में गर्मी और धूप के कारण छट न जाए। भाई बहन की लगन ने वह कर दिखाया। जिस सफलता की कामना बड़ी बहन छोटी को देखकर कर रही थी।