बक्सर खबरः वह जात-पात से उपर उठ कर राजनीति करते थे। आज के राजनीत से बहुत दुःखी थे। उन्होनें सिर्फ पार्टी और समाज का विस्तार किया न की आज के नेताओं जैसे अपने ही विकास में में लग रहे। वो एक कुशल व्यक्तित्व के धनी थे। यह युक्त बातें युवराज चंन्द्र विजय सिंह ने भाजपा नेता व राजपुर पूर्व विधायक राम नरायण राम अकास्मिक मौत के बाद परिजनों से मिलने के दौरान कही। युवराज ने कहा कि हमारी उनकी आखिरी मुलाकात पिछले साल अक्टुबर में हुयी। जब वह अपने भतीजे विश्वनाथ राम के नमांकन का निमंत्रण पत्र देने आये थे। उस दौरान वह आज के गिरते राजनीति स्तर से काफी दुखी थे। विहार में पार्टी से लेकर मतदाता तक किस तरह जातिवाद के चंगुल में फंस चुका है। इससे राजनीति के मायने अलग हो गये है और बिहार का राजनीत बेपटरी हो चुका है।