बक्सर खबरः गायत्री शक्ति पीठ से गुरूवार को कलश यात्रा की शुरूआत हुई। नाथ-घाट पर कलश पूजन के साथ कलश में जल भरा गया। वहां से 33 कोटि देवताओं को अपने सिर पर उठाकर गायत्री शक्ति की कार्यशाला में लाई गई। सभी देवियों की पूजा के साथ आरती उतारी गई। कलश यात्रा का नेतृत्व गायत्री पाण्डेय ने किया। दोपहर 2 बजे से कार्यकर्ता गोष्ठी संपन्न हुई। गोष्ठी शान्तिकुंज के पूर्व जोन प्रभारी ब्रह्मादत्त पाण्डेय ने लिया। श्री पाठक ने प्रज्ञा मंण्डल, महिला मण्डल, युवा मण्डल की योजना एवं कार्य पर प्रकाश डाला। उनके साथ आये उप जोन प्रभारी संतोष संगम ने संगीत से संगठन को प्रेरणा दी। संध्या समय टोली नायक गौरीश पाण्डेय ने अपनी कथा से लोगों के मन में संस्कार की प्रेरणा भरी। गायत्री शक्ति पीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी रामानंद तिवारी ने बताया कि 16 को यज्ञ संस्कार एवं संध्या समय दीप यज्ञ एवं 17 को यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। श्री तिवारी ने बताया कि समारोह में सिमरी शक्तिपीठ के मुख्य ट्रस्टी परमानंद पाण्डेय, डुमरांव के संयोजक विमलेश सिंह, नावानगर के हरिनारायण प्रसाद समेत अरविंद जी, तेजनारायण ओझा, सुरेश शुक्ला, इन्द्रभाता, सत्या सिंह, अनिता देवी सहित अनेक भाई एवं बहनों ने भाग लिया।