बक्सर खबर : केन्द्रीय जेल के वार्ड नंबर उनतीस में रहने वाले सभी दस कैदी भागने वाले थे। इस बैरक में बनी सुरंग में पांच कैदी फंस गए। उनमें से दो निकल सकते थे। लेकिन, उनकी हिम्मत जवाब दे गयी। इस तरह पांच अंदर ही रह गए। शेष पांच बंदी भाग खड़े हुए। यह खुलासा पकड़े गए कैदी देवधारी राय ने की है। बुधवार को एसपी उपेन्द्र शर्मा ने उसे मीडिया समक्ष प्रस्तुत किया। कैदी देवधारी राय ने चौकाने वाले तथ्य उजागर किए। भागने के लिए अपने वार्ड में दीवार तोड़ निकल जाने लायक छेद बनाया था। सबकी नजर न पड़े। इस उसे छोटा रखा था। जिससे निकलते समय कुछ कैदी मोटापे की वजह से फंस गए। कुछ की हिम्मत जवाब दे गयी। अन्यथा सभी भागने के फिराक में थे। जिला पुलिस की टीम ने इस बंदी को छपरा जिले के मुफस्सिल थाना अंतर्गत मठिला मुहल्ले से गिरफ्तार किया। जो उसका पैतृक गांव है। एसपी ने बताया कि देवधारी के अनुसार रात एक बजे ही सभी निकल भागे। पैदल ही चौसा पहुंच गए। रेलवे ट्रैक के सहारे बारे हाल्ट पहुंचे। जहां से ट्रेन पकड़ पटना निकल गए। बस द्वारा सभी मोतिहारी पहुंचे। फांसी बंदी प्रजीत सिंह के घर पर इन सभी ने खाना गया। वहां से देवधारी अपने गांव पहुंचा था। उसके अनुसार इस योजना को मास्टर माइंड आरा का सोनू पांडेय था। उसके पास म्यूजिक रुम की चाभी रहती थी। वहीं से उसने तार आदि का इंतजाम किया। हम लोगों ने वाटर सप्लाई की पाइप को काट लिया था। जिसका उपयोग सीढ़ी बनाने के लिए किया गया। प्रशासन ने यह माना कि कैदियों के भागने की घटना जेल प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। नगर थाने में पीसी के दौरान डीएसपी शैशव यादव व छपरा गयी जिला पुलिस की टीम के सदस्य उपस्थित थे।