बक्सर खबर : राजपुर के तियरा में शनिवार को हुई गोलिबारी की घटना जन आक्रोश में तब्दील हो गई। कुछ लोग इस क्षेत्र में शांति व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस उनको संरक्षण प्रदान कर रही है। पब्लिक के अनुसार थाना स्तर से नहीं वरीय अधिकारी भी इस अपराध में शामिल हैं। लेकिन पब्लिक में इतना भय है कि गोली लगने के बाद भी अपराधियों का नाम बताने की हिम्मत वहां के व्यवसायियों में नहीं है।
घटना की सूचना देने के बाद भी पुलिस समय रहते मौके पर नहीं पहुंची। डीएसपी शैशव यादव पहुंचे तो भारी दल बल के साथ। लेकिन पुलिस का पक्षपाती रवैया देख जनता का आक्रोश भड़क गया। लोगों ने एक जुट होकर पुलिस वालों पर हमला बोल दिया। तियरा बाजार मार्ग से भीड़ ने पुलिस को खदेड़ा तो उन्हें भाग कर चौसा-कोचस मार्ग पर एक किलोमीटर दूर जाना पड़ा।
घटना के बाबत पूछने पर कप्तान उपेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा किसी विकास यादव नाम के युवक के कारण विवाद भड़का। जो मोबाइल रिपेयर कराने गया था। पुलिस पर पथराव क्यों हुआ? यह पूछने पर उन्होंने कहा कि पथराव की घटना नहीं हुई। जबकि सूत्रों की माने तो एक पखवारा पहले भी यहां गोली चली थी। यह दूसरी घटना है, जिसमें पुलिस पर जिला परिषद अध्यक्ष के पति को बचाने का आरोप है। सूत्रों ने बताया कि जब पुलिस पर पथराव हो रहा था। वहां राजपुर से सीधे बक्सर डाकबंगला चले आए। जहां उनको देखा गया।
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