बक्सर खबरः डुमरांव डीके कालेज में इंडोर स्टेडियम के निर्माण में मानक की अनदेखी करने तथा भारी पैमाने पर लूट खसोट के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा किए गए संघर्ष की मुहिम अब रंग दिखाने लगी है। परिषद नेताओं की शिकायत पर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के वीसी ने एक जांच टीम सोमवार को डुमरांव भेजा। जांच टीम ने डीके कालेज पहुंच इंडोर स्टेडियम निर्माण के एक एक बिंदुओं की गहराई से पड़ताल शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार जांच टीम ने प्रथम दृष्टया मानक के अनुरूप निर्माण नहीं होने की बात स्वीकारते हुए जांच पूरी होने तक निर्माण पर रोक लगा दिया है। निर्माण कार्य रूकने से संवेदक को गहरा झटका लगा है।
67 लाख 7 हजार छह सौ रूपये के लागत से वर्ष 2012 में इंडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू हुआ था। लेकिन संवेदक द्वारा स्टेडियम निर्माण में भारी अनियमितता की गई। अनियमितता तथा घटिया निर्माण का आलम यह है कि निर्माण पूरा होने के पूर्व ही स्टेडियम की एक दीवार ढह गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा घटिया निर्माण की शिकायत वीसी से की गई थी। इसी बात से खार खाए संवेदक ने 14 जुलाई को स्टेडियम निर्माण की पड़ताल करने आए परिषद नेताओं के साथ मारपीट करते हुए परिषद के जिला संयोजक पर रंगदारी तथा मारपीट का मुकदमा तक दर्ज करा दिया था। बहरहाल इस मसले पर विश्वविद्यालय द्वारा जांच शुरू कराते हुए संवेदक की मुश्किलें बढ़ गई है। जांच टीम का नेतृत्व विश्वविद्यालय के डीन पारस राय कर रहे है। टीम में सेंडिकेट सदस्य डा राजेश सिन्हा, सिनेट सदस्य अमरेन्द्र कुमार, प्रोक्टर अनवर इमाम तथा नगर निगम के इंजिनियर मधुमंगल सिंह शामिल है।