बक्सर खबरः नगर परिषद् की मासिक बैठक काफी हंगामेदारी रही। भ्रष्टचार ,मनमानी, मैनुअल एक्ट के उल्लघन के खिलाफ विपक्षी कड़े तेवर दिखे। वही विपक्षियों के कड़े तेवर को देख चेयरमैन मोहन मिश्रा अपना आपा खो दिये और पार्षद को आपतिजनक शब्द का इस्तेमाल करने लगे। जिसके बाद बैठक और हंगामेदार हो गयी। सताधारी सदस्यों ने कहा कि मैनुअल एक्ट फैनुअल एक्ट कुछ नही जिसकी बहुमत होगी वही जायज है। जिसके बाद मनमानी ढंग से योजनाओं को पारित किया है। वही नगर परिषद मैनुअल एक्ट 64(2) का बैठक में धज्जियां उड़ाई गयी। इस पार्षद धीरज कुमार ने कुर्सी पर खड़े हो शर्ट उतार कर विरोध किया। वही विपक्षी सदस्य पार्षद धीरज कुमार, सुनील तिवारी, कमलेश प्रसाद, भरत प्रसाद सोनार, व आशा देवी वार्ड 12 की सदस्यों ने कहा कि बुधवार के धरना के बाद न्याय के लिए हाइकोर्ट के शरण में जायेगे। वही कार्यपालक पदाधिकारी बैठक रोस्टर लेकर अपने अवास ले गये। जो की मनमानी है। हंगामें के बीच बैठक में कुल नौ प्रस्तावों पर मुहर लगी जबकि विपक्ष के भारी दबाव तथा बहुमत के कारण पिछली बैठक की कार्रवाई को निरस्त कर दिया गया। बैठक में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान अनिल कुमार सिंह के नाम पर शहीद मर्द रोड स्थित उसके घर को सड़क से जोड़ने तथा गेट बनाने व सड़क तथा गेट का नाम शहीद अनिल कुमार सिंह के नाम पर करने की सहमति बनी। हंगामे को देखते हुये पहले से ही पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। यह ऐसा पहला मौका था जब बैठक में पुलिस तैनात हो। बैठक में बैठक की अध्यक्षता चेयरमैन मोहन मिश्र ने किया। बैठक में कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव, उप मुख्य पार्षद चुनमुन प्रसाद वर्मा, ब्रह्मा ठाकुर, पूनम देवी, कमलेश प्रसाद, धीरज कुमार, मालती देवी, बुधिया देवी, शारदा देवी, इंदू देवी, नरसिंह यादव, अनिल राय, समेत सभी अन्य पार्षद उपस्थित थे। वही युवा नेता रिंकू पाण्डेय ने कहा कि डुमरांव नगर परिषद् की पहचान चोर लूटेरे और बेइमान हो गयी है। लगता है कि भ्रष्ट और भष्टाचार चेयरमैन और कार्यपालक पदाधिकारी का चोली दामन का नाता हो गया है।