बक्सर खबर : इस बार गंगा में आयी बाढ़ का प्रभाव पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा। जो सूचना प्राप्त हो रही है। वह आंकड़े परेशान करने वाले हैं। देश के विभिन्न बांध से छोड़ा गया पांच लाख क्यूसेक पानी बहुत बड़ा नुकसान करने वाला है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार सोमवार की दोपहर गंगा का जलस्तर 61.14 था। विभाग के कार्यपालक अभियंता सिंहेश्वर प्रसाद ने बताया कि वर्ष 2013 में पानी का जलस्तर 61.43 तक पहुंचा था। उस आंकड़े को इस बार का पानी छू लेगा। क्योंकि गाजीपुर, वाराणसी व इलाहाबाद में पानी एक सेंटी मीटर प्रति घंटा बढ़ रहा है। यह सिलसिला लगातार जारी है। देश के अन्य हिस्सों से छूटा पानी मंगलवार की रात तक बिहार में प्रवेश कर जाने की संभावना है। यह तय है कि इस बार पानी वर्ष 2013 व 1978 के रिकार्ड को भी तोड़ेगा। ऐसे हाल में तट को छू रहा गंगा का पानी मैदानी हिस्सों के तरफ का रुख करेगा। यह सिर्फ संभावना नहीं मौजूदा हालात हैं। जिले के उन सभी हिस्सों में पानी पहुंच गया है। जहां के नदी अथवा नाले गंगा में जाकर गिरते हैं। तटबंध पर लगातार बदाव बना हुआ है। इसका प्रभाव जिले के दियरा इलाके के अलावा शहर के नालों पर भी पड़ा है। शहर के कई हिस्सों में पानी पहुंच गया है। पाठकों को यहां हम बता दें कि जिले में खतरे का निशान 60 .32 है। पिछले चार दिन से पानी खतरे के निशान से उपर बह रहा है। गंगा के सीमावर्ती इलाके में बसे गांवों की हजारो एकड फसल पानी से बर्बाद हो गयी है।
VERY BAD NEWS
अब माँ गंगा ही हमें बचाएगी ।माँ अब आप ही कुछ करिए।