बक्सर खबरः गैंगरेप जैसे संवेदनशील मामले में डुमरांव की पुलिस गेम खेल रही है। उसे इस बात का पता नहीं मामले ने तुल पकडा तो नौकरी का गुमान टूटते देर नहीं लगेगी। क्योंकि यहां की पुलिस राजनीतिक दबाब में मामले को नई दिशा दे रही है। साथ ही मेडिकल रिर्पोट भी बदलवाने पर लगी है। उक्त बातें गैंर रेप की शिकार छात्रा के भाई ने कहीं। बक्सर खबर को फोन कर दर्द बयां करते हुए उसने कई गंभीर आरोप लगाए। पुलिस के कार्यशैली पर उगली उठाते हुए कहा एक नेताजी के दबाब में प्रचार्य व उन सभी आरोपियों को बचाने का काम कर रही है।
आशिक का नाम दे घटना को दुसरे रास्ते की तरफ मोड़ रही है। पीड़ित परिवार ने यह सवाल उठाते हुए कहा कि घटना के छह दिन बीत चुके है। परन्तु पुलिस के अनुसार अभी-तक मेडिकल रिर्पोट अप्राप्त है। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस मेंडिकल रिर्पोट में कुछ लोगों के दबाब मेें छेड़-छाड़ कर हमारे परिवार को इंसाफ के बजाय बदाम कर रही है। पीड़िता के भाई ने कहा कि हमें पुलिस कप्तान उपेन्द्र शर्मा से न्याय की उम्मीद थी। परन्तु वो भी स्थानीय पदाधिकारियों के मन-गढ़ंत कहानियों को अम्लीजामा पहना रहे है। पूरे घटना के सूत्रधार प्रचार्य को बचाने का काम कर रही है। विद्यालय परिसर में कब कहां क्या हुआ। वह पूरी जानते हैं, बावजूद इसके वे बेकसुर कैसे हो गए। साक्ष्य को छीपाने वाला बेगुनाह कैसे हो गया।
यही हुआ सच कहने की हिम्मत ऐसा भी किसी ने नहीं कहा था