पत्नी के बयान से उलझा शिक्षक की फांसी का राज

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बक्सर खबर : फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त करने वाले शिक्षक रामजी पांडेय की मौत राज बन गई है। उन्होंने इस तरह आत्महत्या क्यों की ? प्रश्न का जवाब तलाश रही पुलिस खुद हैरान है। उनकी पत्नी उषा देवी के अनुसार स्कूल में प्रधानाध्यापक व किसी शिक्षक से उनका विवाद चल रहा था। जिससे वे परेशान चल रहे थे। इन्हीं कारणों से उन्होंने फांसी लगाई है। वहीं दूसरी तरफ कुछ सूत्रों का कहना है। स्वयं उनका पारिवारिक विवाद था। इन दोनों पहेलियों के बीच उनकी मौत का राज उलझ गया है।

पुलिस ने बताया जब मौत की खबर मिली। हम लोग वहां पहुंचे। घर अंदर से बंद था। किसी तरह लोगों की सहायता से पुलिस अंदर दाखिल हुई। उनका शव रस्सी के सहारे लटक रहा था। तलाशी में कमरे से उनका फोन बरामद हुआ। जिसे स्वीच आफ कर दिया गया था। यह सारी बातें चौकाने वाली हैं। पुलिस के पक्ष और पत्नी की शिकायत को आधार मान रोहतास के सूर्यपुरा हाई स्कूल से संपर्क किया गया। पता चला वहां इन दिनों गर्मी की छुट्टी चल रही है। शिक्षक रामजी पांडेय नोखा प्रखंड के सूर्यपुरा में ही किराए का मकान लेकर रहते थे। उनका परिवार घटना की रात भी वहीं था। बक्सर उनका कम ही आना जाना था। विद्यालय के शिक्षकों के अनुसार वे बहुत ही सुलझे शिक्षक थे।

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हाल के दिनों में उनका प्रधानाध्यापक नरेन्द्र सक्सेना से किसी विषय को लेकर विवाद हुआ हो। यह किसी को ज्ञात नहीं। वे दूसरों को समझाने वाले व्यक्ति थे। यह बात गले उतरने वाली नहीं है। स्कूल के विवाद में फांसी। इस बीच यह भी पता चला है। रामजी पांडेय को अपनी कोई संतान नहीं थी। कुछ दिनों पहले उन्होंने एक बच्चे को गोद लिया था। जिसकी उम्र अभी छह से सात वर्ष के लगभग होगी। वे अपने परिवार को कहीं छोड़ के जाते नहीं थे। ऐसे में पटना जाना, वापस सूर्यपुरा न जाकर बक्सर आना। इन सारी वजहों के पीछे कुछ और ही कारण ज्ञात होता है। जिसका खुलासा शिक्षक के बरामद फोन अथवा जांच में प्राप्त अन्य साक्ष्य से ही हो सकता है। रामजी पांडेय मूल रुप से बक्सर जिले के कचैनियां गांव के निवासी हैं। उनके घर वालों से भी कुछ महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती है।

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