बक्सर खबर : पत्रकार वही है जो अपनी कलम के प्रति ईमानदार है। समय के साथ सोच बदली है। पत्रकारिता मूल्यों के अभाव में कमजोर होती जा रही है। इसका अहसास सभी को है। लेकिन इसे वैसे लोग नया तेवर दे सकते हैं। जो अपने कलम के प्रति ईमानदार हों। यह सोच रखते हैं श्रीमननारायण पांडेय। दैनिक समाचार पत्र आज के प्रभारी है। अपने पत्रकारिता जीवन में इन्होंने बहुत कुछ सीखा और कई बेहतर काम भी किए। अपने साप्ताहिक कालम इनसे मिलिए के लिए इस रविवार हमने इनसे बात की।
जिसमें श्रीमन की एक बात सबसे अच्छी लगी। उन्होंने खबरों के लिए आर टी आई को अपना हथियार बनाया। वैसे तो बहुत से संवाददाता सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त तथ्यों पर खबर लिखते रहे हैं। लेकिन श्रीमन ऐसे संवाददाता हैं। जिन्होंने स्वयं आइ टी आई का इस्तेमाल खबरों के लिए किया। बातचीत में क्रम में हमने इनके पत्रकारिता जीवन और अनुभवों पर चर्चा की। प्रस्तुत है उसके कुछ अंश।
स्वास्थ्य व दूरसंचार विभाग में मचा दिया हड़कंप
बक्सर : श्रीमननारायण पांडेय का आगमन सर्व प्रथम वर्ष 2003 के सावन माह में हुआ। बबलु उपाध्याय जो तब आज के प्रभारी हुआ करते थे। वे चौसा संवाददाता के रुप में उन्हें मीडिया जगत में ले आए। कुछ वर्ष काम करने के उपरांत वे वर्ष 2005 से लेकर 2006 के बीच प्रभात खबर में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। इसके बाद आज का प्रभार पूर्ण रूपेण उनके पास आ गया। तब से लेकर अब तक आज अखबार की कमान उनके हाथ में है। इस दरम्यान उनकी दो-तीन पारियां जिले में चर्चा का केन्द्र रहीं। अस्पताल में फर्जी बहाली, जख्म प्रतिवेदन में अवैध उगाही और बीएसएनएल में रिचार्ज घोटाला को इस तरह उजागर किया कि पूरा सिस्टम हिल गया। विभाग को मजबूर हो कार्रवाई करनी पड़ी।
व्यक्तिगत जीवन
बक्सर : श्रीमननारायण पांडेय का जन्म 25.5.1975 को चौसा प्रखंड के बनारपुर गांव में हुआ। तब यह गांव राजपुर प्रखंड का हिस्सा हुआ करता था। उनके पिता मोहन पांडेय अपने पंचायत के मुखिया हुआ करते थे। आज भी अपने गांव और इलाके में उनका नाम आदर के साथ लिया जाता है। इस परिवार में जन्में पांडेय अच्छी परवरिश मिली शादी भी समय से हो गई। अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र रहे पांडेय आज स्वयं तीन बेटी और दो पुत्रों के पिता हैं। उनका भरा पूरा परिवार है। बक्सर पत्रकार संघ की शुभकामनाएं उनके साथ हैं।