बक्सर खबर : जिले के ब्रह्म्पुर अंचल से लगे दियरा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा से संघर्ष करने वाले पूर्व विधायक डा. स्वामीनाथ तिवारी एक बार फिर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। गणतंत्र दिवस के दिन नैनीजोर मठिया से उन्होंने उपवास प्रारंभ कर दिया है। अनशन के दूसरे दिन ही उनकी हालत बिगडऩे लगी है। 78 साल की आयु में उनका यह अनशन जान लेवा हो सकता है। यह बात सभी जानते हैं। बावजूद इसके पूर्व सूचना के बाद भी प्रशासन मौन बैठा है। पिछले साल इसी तिथि को उन्होंने अनशन प्रारंभ किया था। तब उनकी मांगों पर कार्रवाई के लिए प्रशासन ने आश्वासन दिया था। नैनीजोर बिहार घाट पर पीपी पुल, नैनीजोर अस्पताल को व्यवस्थित करने और अतिक्रमण मुक्त करने जैसी कई प्रमुख मांगों के समर्थन में वे अनशन पर हैं। उनका कहना है कि एक वर्ष का सयम गुजर गया। क्या किया यहां के प्रशासन ने। वह जवाब दे। ग्राम गौरव संस्था के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक डा. स्वामी नाथ तिवारी जीवट नेता हैं। उनके साथी व ग्राम गौरव के प्रदेश मंत्री गोपाल जी चौबे ने बताया कि डा. साहब की हालत बिगड़ रही है। उनका रक्तचाप 160/260 पहुंच गया है। कोई भी अधिकारी वहां नहीं पहुंचा। जनता की कमाई से वेतन लेने वाले अधिकारी जन समस्या के लिए लडऩे वाले सच्चे नेताओं का सामना करने से डरते हैं। यह वाकया इसका प्रमाण है। उन्हें वैसे ही नेता प्यारे हैं जो उनके आगे पीछे करते हैं। अगर तिवारी जी को कुछ हुआ तो इसका जिम्मेवार यहां का भ्रष्ट प्रशासन होगा। क्योंकि अनशन की सूचना 5 जनवरी को ही एसडीओ को सौंप दी गयी थी। अनशन स्थल पर पूर्व विधायक के साथ बबुआ तिवारी, रामाग्या तिवारी, राज किशोर प्रसाद, श्रीभगवान तिवारी, त्रिवेणी तिवारी, कमला तिवारी समेत सैकड़ों लोग बुधवार को उपस्थित रहे।