बक्सर खबर : विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता व भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल नेता प्रेम कुमार सोमवार को जिले के एक दिवसीय दौरे पर आए थे। वे चौसा प्रखंड के सरेंजा गांव गए। प्रतिमा विसर्जन के दौरान जीन चार लोगों की डूबने से मौत हुयी थी। उनके परिजनों से मिले। जिला मुख्यालय पहुंच उन्होंने प्रेस वार्ता आयोजित की। जिला अतिथिगृह में उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है चौसा की घटना। अगर पहले से इंतजाम रहता तो दुर्घटना को टाला जा सकता था। बिहार में यह इकलौती घटना नहीं है। लापरवाही के कारण तेरह जगह सांप्रदायिक सौहार्द खराब हुआ। इतना की नहीं मामला शांत होने के बाद चुन-चुन कर भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर प्राथमिकी की गयी। यह सबकुछ राज्य सरकार के इशारे पर हो रहा है। अपराधियों को छूट मिली हुई है। उन्होंने शहाबुदिन और राकी यादव का जिक्र भी किया। उन्हें जमानत कैसे मिली। क्या इसमें सरकार का हाथ नहीं। एक बार फिर अपहरण का उद्योग चल निकला है। उनके साथ जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह व विधानसभा प्रत्याशी प्रदीप दुबे भी नजर आए।
नेता करते रहे पीसी, अपने कार्यकर्ताओं का होता रहा अपमान
बक्सर : भाजपा के नेता प्रेम कुमार जिला मुख्यालय में पीसी कर रहे थे। वहीं राजपुर विधानसभा का कार्यकर्ता सम्मेलन सह प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा था। वहां विधानसभा प्रत्याशी विश्वनाथ राम पर कुछ लोगों ने गोलबंदी का आरोप लगाया। प्रखंड मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम के दौरान जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला।