बक्सर खबर : केन्द्रीय मंत्री उमा भारती शुक्रवार की शाम बक्सर पहुंची। उन्होंने ऐतिहासिक रामरेखा घाट पर चौपाल लगाया। स्थानीय लोगों, धर्मावलंबियों से बात की। शहर और गंगा का हाल जाना। खुद को इस धराधाम तक आने का गौरव एहसास लिए वे जिससे भी मिली। उसे अभिवादन करती दिखी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा गंगा का उद्धार करने का जो निर्णय सरकार ने लिया है। यह कोई अहसान नहीं, हमारा फर्ज व मां गंगा का हमारे उपर कर्ज है।
आगमन के साथ पहले वे रामलीला मंच पर प्रस्तावित चौपाल में पहुंची। वहां उन्होंने कहा यहां से बेहतर होगा। मां गंगा के तट के समीप चला जाए। पूरा काफिला वहां से रामरेखा घाट पहुंच गया। जहां उन्हें बैठने के लिए कुर्सी मिली। पर मां के सामने कुर्सी पर बैठने से उन्होंने मना किया और सीढिय़ों पर बैठ गई। चौपाल शुरु हुई तो वहां मौजूद पंडित छविनाथ त्रिपाठी से उन्होंने बक्सर के महत्व को जाना। श्री त्रिपाठी ने भगवान वामन से लेकर भगवान राम के बक्सर आगमन व पुन: आगमन तक की कथा सुनाई। इससे प्रभावित हो उन्होंने गंगा में भ्रमण की इच्छा प्रकट की।
मौके पर मौजूद डीएम रमण कुमार से उन्होंने बोट की मांग की। लेकिन, सुरक्षा मानकों के अनुरुप बोट नहीं होने के कारण डीएम ने असमर्थता जताई। फिर केन्द्रीय मंत्री वहां खड़ी नाव से ही गंगा भ्रमण पर निकल गई। इस दौरान पत्रकारों के सवालों पर उन्होंने कहा बक्सर में दो योजनाएं चल रही हैं। डेढ़ सौ करोड़ का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एवं लगभग दौ सौ करोड़ की नमामि गंगे के तहत यहां के सभी घाटों का काया कल्प होगा। महिलाओं के लिए चेंज रुम बनेंगे। साथ ही ऐसे शौचालय का निर्माण होना है। जिसका मल-मूत्र गंगा में न जाए।
बातचीत के क्रम में उन्होंने डीएम रमण कुमार को बधाई दी। कहा पता चला है, आप स्वच्छता अभियान को लेकर काफी सजग हैं। खुले में शौच मुक्त अभियान के लिए उन्होंने धन्यवाद दिया। लेकिन, डीएम रमण कुमार ने कहा हमसे ज्यादा सजग यहां के युवा हैं। वे लगातार गंगा स्वच्छता के लिए प्रयास रत हैं। गंगा में मौजूद रेत व सिल्ट की सफाई पर उन्होने कहा इसके लिए मुख्यमंत्री से हमारी बात हुई है। जल्द ही अनुभवी लोगों की दल यहां सर्वेक्षण के लिए आएगा। इसकी सफाई का कार्य भी पूरा होगा।