बक्सर खबर : भागलपुर अप लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से कुल 94 बच्चे बक्सर में उतारे गए हैं। रेल पुलिस को शक है कि इन सभी को कहीं बालमजदूरी के लिए ले जाया जा रहा था। इनके साथ जो लोग हिरासत में लिए गए हैं। वे यह बता रहे हैं कि इन्हें स्कूल में दाखिले के लिए ले जाया जा रहा है। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में नाबालिग बच्चों को स्टेट से बाहर ले जाना गैर कानूनी है। अगर स्कूल के लिए ले जा रहे हैं तो इनके अभिभावक कहां हैं। इस तरह की पूछताछ उनसे जारी है। वे लोग अभी तक इसके साक्ष्य उपलब्ध नहीं करा पाए हैं। इस संबंध में बात करने पर रेल एसपी जितेन्द्र मिश्रा ने बताया कि अभी जांच चल रही है। कुल आधा दर्जन लोग हिरासत में लिए गए हैं। जो पूर्णिया, भागलपुर, किशनगंज तरफ के हैं। वे बच्चों को कहा ले जा रहे थे। इसकी पूरी जानकारी नहीं मिल रही है। इन सभी को फिलहाल आरपीएफ बैरक में रखा गया है। यह सभी मुस्लिम धर्म के हैं। पाठकों को हम यह बता दें कि तीन माह के दौरान यह दूसरी बड़ी घटना है। जिसमें इतनी बड़ी संख्या में ट्रेन से बच्चों को उतारा गया है। इसकी सूचना रेल पुलिस को रेवले सुरक्षा बल ने दी। इस आधार पर फिलहाल कार्रवाई जारी है। रेल पुलिस ने बताया कि जीन बच्चों को यहां रोका गया है। उन्हें सात लोग मिलकर मध्यम प्रदेश और महाराष्ट्र ले जा रहे थे। उनकी दलील है यह सभी मदरसे में पंढ़ने जा रहे हैं। इनमें अधिकांश बच्चे अररिया, पूर्णिया व किशनगंज के हैं। इन सभी ने भागलपुर से ट्रेन पकड़ी थी। अधिकांश बच्चों को तो यहीं उतर लिया गया। पर धंधेबाज बच निकले। उन्हें आरपीएफ के सहयोग से दिलदारनगर और मुगलसराय से दबोचा गया। इनमें वसीम, सरताज, इस्लाम, शादीक, मो मुशा आदि शामिल हैं। इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों और बाल कल्याण समिति को दे दी गयी है। बाल कल्याण समिति के सदस्य यहां आकर उनसे पूछताछ कर रहे हैं।