बक्सर खबर (8जून) : भारत वर्ष वैदिक धर्म का केन्द्र है। इसकी जड़े सनातन धर्म के रुप में पूरे विश्व में फैली हैं। कलिकाल में इसका अलख जगाने वाले वैष्णव संप्रदाय के महाधिपति भाष्यकार रामानुजाचार्य स्वामी जी का सहस्त्राब्दी महोत्सव मनाया जा रहा है। इसके निमित भारत भ्रमण पर निकली रथ यात्रा 9 जून को पड़ोसी जिले उत्तर प्रदेश के बलियां पहुंच रही है। तिरुपति बाला जी से चली सहस्त्राब्दी यात्रा अयोध्या से वाराणसी वहां से बलियां पहुंचेगी। इसका नेतृत्व कर रहे देश के महान संत त्रिदण्डी स्वामी महाराज के शिष्य जीयर स्वामी (बक्सर) ने बताया कि यह यात्रा तिरुपति से चली है। प्रतिवादिभयंकर पीठ के जगतगुरु गादी स्वामी जी महाराज की देख रेख में इसका संचालन हो रहा है। इसका उदेश्य वैष्णव धर्म का प्रचार-प्रसार है। उनके अनुसार यह यात्रा 11 मार्च को प्रारंभ हुई थी। कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंधप्रदेश, तमिलनाडु व गुजरात होते उज्जैन कुंभ में भी आठ तीन तक इसका प्रवास रहा। इसके उपरांत राजस्थान के रास्ते वृंदावन से दिल्ली और वहां से अयोध्या के रास्ते बलियां और बक्सर जिले से होते हुए पटना, सोनपुर के रास्ते नेपाल में प्रवेश करेगी। 20 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करने के बाद इसका समापन 1 अगस्त को कांचीपुरम में होगा। दस तारीख को यह रथ बक्सर जिले में सिमरी प्रखंड से लगे पीपा पुल के रास्ते दाखिल होगा। वहां से डुमरांव पथ होते यह पटना जाएगा।