बक्सर खबर : एफसीआई गोदाम मोड के पास हुई दुर्घटना में तीसरी कक्षा के छात्र ददन यादव की मौत हो गयी। उसकी आयु महज 9 साल के लगभग होगी। जब यह दुर्घटना हुई। उस समय उसका बड़ा भाई कमलेश यादव भी साथ था। जिसकी उम्र लगभग 11 साल होगी। वह बाल-बाल बच गया। यह दोनों चकरहसी गांव के रामनरायण यादव के पुत्र हैं। गांव से लगभग दो किलोमीटर दूर वे क्या करने आए थे। वह भी साइकिल लिए। इसका जवाब कोई नहीं दे रहा था। उसके गांव में रोना पीटना मचा था। मां राधिका देवी पर तैसे पहाड़ टूट पड़ा था। वह बदहवास हो रोए जा रही थी। परिवार और आस-पास की महिलाएं उसे चुप कराने में लगीं थीं। यह नजारा देखने लायक नहीं था। पर जो हो चुका था उसे बदला भी नहीं जा सकता था। कमलेश भी छोटे भाई की मौत से इतना सदमें में था कि वह चुप ही नहीं हो रहा था।
चालक की लापरवाही से हुई दुर्घटना
बक्सर : इस दुर्घटना में बस चालक की लापरवाही सबके सामने आयी है। यह वाकया जितना दुखद है। उतना ही सीख देने वाला। सभी स्कूल प्रबंधनों को चाहिए कि वे अपनी बस के चालकों की निपुणता की जांच करें। अन्यथा इनकी चुक एक परिवार नहीं बहुत लोगों के लिए समस्या बन सकती है। जहां दुर्घटना हुई है। सडक खराब है। ऐसी जगह पर भ्ाी तेज रफ़तार में गाडी चलाना दुर्घटना को आमंत्रण देने वाला है।
अभिभावक भी हैं दोषी
बक्सर : सड़क दुर्घटना का शिकार हुआ नन्हा ददन यादव अभी तीसरी कक्षा का छात्र था। वह अपने भाई कमलेश यादव के साथ घर से दूर साइकिल लेकर निकल गया था। जिन बच्चों को स्कूल में होना चाहिए। वे इतनी सी उम्र में साइकिल ले सड़क पर घूम रहे हैं। इसकी चिंता उनके अभिभावकों को भी नहीं है। जिसका खामियाजा सबके सामने हैं।