बक्सर खबर : जिले में इन दिनों नागालैंड से असलहे आ रहे हैं। असलहे लाने वालों का तर्क है। यह गैरकानूनी नहीं हैं। हमने इसका लाइसेंस लिया है। वह सिर्फ एक स्टेट का नहीं। पूरे देश का है। नागालैंड के असलहे का यह कारोबार करने में कई बड़े चेहरे शामिल हैं। जो यहां के लोगों से लाइसेंस के लिए मोटी रकम ले रहे हैं। उनके नाम पते को नागालैंड में सत्यापित करा महज कुछ माह में लाइसेंस निर्गत करा दे रहे हैं। यह कारोबार पिछले एक साल से जिले में चल रहा है। इसकी सूचना देने वाले युवक ने बताया कि यहां के एक राजनीतिक व्यक्ति इस खेल में शामिल हैं। उनका खुद नागालैंड में कारोबार है। वे ही इस खेल को अमली जामा पहना रहे हैं।
क्या है वजह
बक्सर : नागालैंड देश का ऐसा प्रदेश है। जहां नक्सलियों का बहुत आतंक है। आम लोगों को स्वयं की सुरक्षा के लिए वहां आसानी से लाइसेंस मिल जाता है। सरकार ने भी इसके लिए नियम ढील दे रखी है। जिसका लाभ ऐसे लोग उठा रहे हैं। साथ ही जिले में पिछले तीन साल से डीएम रमण कुमार किसी को लाइसेंस नहीं दे रहे। इस वजह से लाइसेंस की चाह रखने वाले मोटी रकम खर्च कर लाइसेंस ले रहे हैं।
अलग-अलग है रेट बक्सर : लाइसेंस के ठेकेदार हर तरह का लाइसेंस दिवाल रहे हैं। रिवाल्वर, पिस्टल का अलग रेट है, राइफल और बंदुक का अलग। जिसकी बोली एक लाख तक की लग रही है। पिछले एक वर्ष के दौरान जिले और पडोसी हिस्सों में सौ से अधिक लाइसेंस आए हैं।
नहीं होगी इंट्री : प्रशासन
बक्सर : नागलैंड राज्य से बड़े पैमाने पर लाइसेंस जारी हो रहे हैं। इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी है। इस लिए उसकी इंट्री यहां नहीं हो रही। वहां के लाइसेंस कई बार फर्जी होने का भी डर बना रहता है। इस लिए जो आवेदन करते हैं। उसका सत्यापन करने के लिए वहां के प्रशासन को भेजा जाता है। अगर वहां से सत्यापन हो जाए। वैसे स्थिति में अगर गृह विभाग मंजूरी दे तभी उसकी इंट्री संभव है।
कुमारी अनुपमा सिंह
शस्त्र दंडाधिकारी बक्सर