बक्सर खबर : रेलवे स्टेशन पर रविवार की देर शाम युवक ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। मानवता को शर्मसार करने वाली घटना के लिए जितना दोषी रेलवे प्रबंधन है। उससे कम दोषी वहां के टैम्पों स्टैंड व दुकानदार नहीं हैं। सबकी आंखों के सामने यह वाकया हुआ। कुछ युवकों ने रात दस बजे के लगभग यह तस्वीर बक्सर खबर को भेजी। उन्होंने बताया कि घटना रात साढ़े आठ बजे के लगभग की है। मृत युवक की पहचान नहीं हो पायी है। साढ़े छह बजे के लगभग यह युवक घायल अवस्था में स्टेशन के बाहर आया और गिर पड़ा। दुकानदारों व टैम्पों स्टैंड वालों ने उसे ऐसी जगह ले जाकर लिटा दिया। जहां कूड़ा फेंका जाता है। नाली के किनारे। इसकी सूचना कुछ युवकों ने रेल पुलिस को दी। उसने कहा मामला हमारा नहीं है। स्टेशन प्रबंधन ने तो ध्यान ही नहीं दिया। कुछ लोगों ने वहां भी शिकायत पहुंचायी। डेढ़ घंटे बाद रेल पुलिस आयी। तब तक उसके प्राण पखेरु उड़ चुके थे। नाक और मुह से खून का रिसाव हो रहा था। युवक कौन था, कहां से आया, कहां जाना था, पता नहीं। उसकी मौत ने यह सवाल जरुर खड़ा किया है ? क्या उसकी मौत का तमाशा देखने वालों को यह दिन खुद की जिंदगी में नहीं देखने को मिलेगा। क्या समाज सेवा का दम भरने वाले लोग स्टेशन मास्टर, रेल डाक्टर, जी आरपी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराएंगे :::::::: !