बक्सर खबर : दिवंगत जिलाधिकारी मुकेश पांडेय की ससुराल बाढ़ में है। उनकी मौत के बाद जो खबरें मीडिया में आई। उनमें कहीं-कहीं गलत सूचना के कारण अफवाहें फैलती रहीं। उनके जीवन के अनछुए पहलू जिसकी चर्चा नहीं होनी चाहिए थी। अब वे भी खबरों की सुर्खियां बन रहीं हैं। मुकेश कुमार 2012 बैच के आइएएस पदाधिकारी हैं। जब उनका चयन हुआ और वे प्रशिक्षण के लिए चले गए। इसी दौरान उनकी शादी पटना के वाउज आटो मोबाइल के मालिक डा. राकेश प्रसाद सिंह के यहां हुई। 18 नवम्बर 2013 को उनकी शादी आयुषि से हो गई। मुकेश जो सारण जिला निवासी डा. सुदेश्वर पांडेय के पुत्र थे। होनहार होने के साथ साथ बहुत ही हसमुख युवक थे।
बक्सर से उनके रिश्ते की जो कहानी जुड़ी है। उसके अनुसार ससुर डा. राकेश प्रसाद सिंह की शादी पांडेय पट्टी में हुई है। उनकी सास का नाम पुनम देवी है। उनका एक साला है, जिसका नाम उत्कर्ष है। मीडिया में कुछ जगह उनकी पत्नी का नाम भी गलत प्रकाशित हुआ। उनके पास से जो हैंड नोट बरामद हुआ है। उस पर जीन तीन लोगों का नाम व नम्बर अंकित है। उनमें ससुर राकेश प्रसाद सिंह, साला उत्कर्ष व सास पूनम देवी का नाम व नंबर दर्ज है। अर्थात उन्होंने ससुराल पक्ष के सभी लोगों का नाम नम्बर अंकित कर दिया है। इस वजह से यह अनुमान लगाया जा रहा है मौत की वजह पारिवारिक है। होटल से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है। उसकी कहानी खुलकर सामने नहीं आ रही है। जिसके कारण अभी रहस्य से पूरी तरह पर्दा नहीं उठ पाया है।
पिता रहते हैं आसाम में
बक्सर : डीएम मुकेश पांडेय के पिता डा. सुदेश्वर पांडेय आसाम में रहते हैं। उनके एक भाई राकेश पांडेय आई एफ एस अफसर हैं। जो फिलहाल मास्को में रहते हैं। सूचना के अनुसार वे आज इंडिया वापस आ रहे हैं। इस पूरे मामले पर मीडिया और प्रशासन की नजर लगी हुई है।