बक्सर खबर : राजद विधायक शंभु यादव के खिलाफ जान मारने की धमकी का आरोप लगाने वाले सीओ श्रीभगवान सिंह के खिलाफ विधायक ने मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को परिसदन में प्रेस वार्ता आयोजित कर उन्होंने सीओ को भ्रष्ट पदाधिकारी करार दिया। तत्काल उन्हें निलंबित कर यहां से हटाने की मांग मुख्यमंत्री से की। तीन पन्नों के अपने ज्ञापन में उन्होंने कई गंभीर आरोप सीओ पर लगाए हैं। 19 जनवरी 16 को बैरियां पंचायत के बलुआ में भीषण आगजनी हुई थी। जतन मल्लाह व उनकी पत्नी भुनेश्वरी देवी की जलने से मौत हो गई। एक वर्ष से अधिक का समय गुजर गया। सीओ ने पीडि़त परिवार को आजतक मुआवजा नहीं दिया। जब भी उनके परिवार के लोग मुआवजे के लिए जाते हैं।
उनसे मोटी रकम मांगी जाती है। क्योंकि उनको लाखों रुपये मुआवजे के तौर पर मिलने हैं। कुछ माह पहले निमेज टोला में झवर यादव व आशिष यादव का घर जल गया। उन्हें आज तक मुआवजा नहीं मिला। नावाडीह में आगजनी हुई। वहां के पीडि़तों को मुआवजा नहीं मिला। बाढ़ के दौरान जिन मल्लाहों ने रात दिन काम किया। उनको पारिश्रमिक नहीं मिला। सीओ यह राशि हड़पना चाहते हैं। 19 तारीख की घटना भी ऐसी ही है। सीओ को मैने मुआवजे के लिए फोन किया। वे उल्टे हमीं को धमकाने लगे। आप विधायक है तो कहिएगा हम करेंगे। ऐसे पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पीसी के दौरान विधायक के साथ जिलाध्यक्ष शेष नाथ यादव, पूर्व अध्यक्ष भरत यादव व युवा राजद के नेता बबलू यादव भी मौजूद थे। विधायक के आरोप चाहे जितने सत्य व गंभीर हों। पर एक बात तो तय है। अगर पिछले एक साल से पीडि़त लोगों को मुआवजा नहीं मिला। तो इसकी शिकायत आज क्यों हो रही है। विधायक को इसकी शिकायत पहले ही जिले के वरीय पदाधिकारियों से करनी चाहिए थी। ऐसे कुछ सवाल हैं जो इस मामले को हवा दे रहे हैं। फिलहाल गेंद पुलिस व प्रशासन के हाथ में है। देखना है सीओ की शिकायत व विधायक के आरोप क्या रंग दिखाते हैं।